प्रदेश में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण की रोकथाम के लिए भारतीय मजदूर संघ ने छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

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रायपुर। प्रदेश में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण एवं इसके रोकथाम के उपाय करने हेतु आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भारतीय मजदूर संघ छत्तीसगढ़ के आह्वान पर छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलों में जिला बीएमएस के नेतृत्व में जिला कलेक्टरो को ज्ञापन सौंपा गया। इसी कड़ी में आज राज्य कर्मचारी संघ , दक्षिण पूर्व रेल मंडल रायपुर, बिजली कर्मचारी संघ महासंघ, असंगठित मजदूर संघ से लोकेश गौतम,पेमनाथ शाह,राकेश मिश्रा,वीरेंद्र कुमार पूरन सिंह पटेल,अश्वनी चेलक,बीएस, दासमेर, ओपी पाल, एम्आर भटपहरी ने रायपुर जिले के अतिरिक्त दंडाधिकारी एन आर साहू को ज्ञापन सौंपा। भारतीय मजदूर संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश महामंत्री नरोत्तम धृतलहरे ने बताया कि पर्यावरण प्रदूषण की समस्या भारत ही नहीं पूरे विश्व में एक गम्भीर समस्या बनी हुई है । प्रदूषण के कारण मनुष्य कई प्रकार की गंभीर समस्यायों से जूझते रहा है। साथ ही जलवायु में भी असमय कई प्रकार के परिवर्तन होते रहते हैं असमय वर्षा , बाढ , तापमान में परिवर्तन , इसी का परिणाम है । पर्यावरण प्रदूषण के अलावा पिछले वर्ष से पूरा विश्व कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी की गंभीर समस्या से भी जूझ रहा है । इस बीमारी के फैलाव से काफी संख्या में लोग प्रभावित हुए एवं असमय ही उनकी मृत्यु हो गई । इस बीमारी के फैलाव को रोकने हेतु सरकार को कई बार लॉकडाउन लगाना पड़ा . इससे कई उद्योग , वाहनों का आवागमन , लोगों की कई प्रकार की गतिविधियां रूक गई । लॉकडाउन होने के कारण , पर्यावरण प्रदूषण में अभूतपूर्व सुधार हुआ . नदी- नालों का पानी स्वच्छ हो गया , वायु एवं ध्वनि प्रदूषण में भी काफी कमी आई हैै। परन्तु लॉकडाउन के हटते ही पर्यावरण प्रदूषण में धीरे – धीरे वृद्धि होने लगी । इससे यह स्पष्ट हो गया कि जिले में होने वाले सभी प्रकार के प्रदूषणों को काफी हद तक रोका जा सकता है।
भारतीय मजदूर संघ ने ज्ञापन के माध्यम से यह मांग किया है कि जिले में होने वाले सभी प्रकार के प्रदूषणों में विशेष ध्यान देते हुए इसके रोकथाम हेतु तत्काल उपाय किये जाएं।
भारतीय मजदूर संघ की मांगे – 1. जीवन दायनी वायु को प्रदूषित होने से बचाया जाए या प्रदूषण कम करने के उचित उपाय किये जाएं जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर असर न पड़ें साथ ही वायु प्रदूषण के स्तर को दर्शाने वाले इलेक्ट्रानिक डिस्प्ले बोर्ड को जिले के सभी प्रमुख शहरों के सभी प्रमुख जगहों पर लगवाया जाए । 2. नदी – नालों के पानी को प्रदूषित होने से बचाने के उचित उपाय किये जाए । 3. अनावश्यक पेढों की कटाई रोकी जाए साथ ही ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण कराया जाए । 4. अमानक एवं प्रतिबंधित प्लास्टिक के कैरी बैग पर पूर्णतः प्रतिबंधित किये जाएं । 5. ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर तत्काल रोक लगाई जाए । 6. पर्यावरण प्रदूषण एवं संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्तियों एवं सामाजिक संस्थाओं को पुरस्कृत करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया जाए । 7. जिले में इलेक्ट्रो मैग्नेटो व कार्बन क्रेडिट प्रदूषण की समस्या भी बढते जा रही है । इस पर भी विशेष ध्यान देते हुए समस्या से निजात दिलाई जाए । नरोत्तम धृतलहरे ने कहा कि उक्त सभी बिंदुओं पर विशेष ध्यान देते हुए प्रदूषण की रोकथाम हेतु आवश्यक कार्यवाही जल्द से जल्द की जाए जिससे पर्यावरण की समस्या से बचा जा सके।

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