घने कोहरे में वाहन संचालन को लेकर सुरक्षा एडवाइजरी जारी

एक्सप्रेसवे पर हादसों की बढ़ती घटनाओं के मद्देनज़र अपील यात्री बस व वाणिज्यिक वाहन चालकों से सतर्कता बरतने का आग्रह

गरियाबंद। उत्तर भारत में हाल के दिनों में अलग-अलग सड़क हादसों में कई लोगों की जान चली गई है। यमुना एक्सप्रेसवे, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे तथा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के कारण कई वाहन आपस में टकरा गए, जिनमें सवार लोग हताहत हुए हैं। इन घटनाओं को दृष्टिगत रखते हुए अपर परिवहन आयुक्त श्री डी. रविशंकर ने राज्य के समस्त यात्री बस संचालकों एवं वाणिज्यिक वाहन चालकों से अपील की है कि घने कोहरे में वाहन चलाना अत्यंत जोखिमपूर्ण होता है और यह आंखों पर पट्टी बांधकर गाड़ी चलाने जैसा है। ऐसे में कोहरे के दौरान वाहन की गति कम रखें और हेडलाइट चालू रखें। हेडलाइट को हमेशा लो-बीम मोड पर रखें, क्योंकि हाई-बीम कोहरे में सहायक नहीं होती और दृश्यता और कम हो जाती है। यदि वाहन में फॉग लैंप उपलब्ध हों तो उनका उपयोग अवश्य करें।

कोहरे में केवल देख पाना ही नहीं, बल्कि दूसरों को दिखाई देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, इसलिए वाहन को हमेशा दृश्य बनाए रखें और सतर्कता बरतें। कोहरे के दौरान वाहन धीमी गति से चलाएं, हेडलाइट को लो-बीम में रखें, फॉग लैंप एवं पार्किंग लाइट चालू रखें, डिफॉस्टर और विंडस्क्रीन वाइपर का नियमित उपयोग करें तथा वाहनों के बीच सुरक्षित दूरी बनाए रखें। लेन अनुशासन का पालन करें और ओवरटेक करने से बचें। यदि अत्यधिक कोहरे के कारण वाहन चलाना असंभव हो जाए तो गाड़ी को पूरी तरह सड़क के किनारे सुरक्षित स्थान पर रोकें और इंडिकेटर लाइट चालू रखें।

vicky Silas

विक्की साइलस – संपादक, छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम विक्की साइलस पिछले 12 वर्षों से मीडिया क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने करीब 10 साल तक छत्तीसगढ़ के एक प्रमुख सांध्य दैनिक अखबार में पत्रकार के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम के संपादक हैं। वे सरल, तथ्य आधारित और जिम्मेदार पत्रकारिता में विश्वास रखते हैं। उनकी नेतृत्व में “छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम” आम लोगों की आवाज़ को प्राथमिकता देने वाला भरोसेमंद डिजिटल प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है।

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