नहीं रहे पंजाबी गायक सरदूल सिकंदर, कोरोना से हार गए जिंदगी की जंग

53

चंडीगढ़.- पंजाब के मशहूर गायक सरदूल सिकंदर (Sardul Sikandar) का आज बुधवार को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया. वह किडनी की बीमारी से लंबे अरसे से जूझ रहे थे. उनका किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) का ऑपरेशन हुआ था. जिसके बाद वह कोरोना वायरस (Coronavirus) की चपेट में आ गए. सरदूल सिकंदर ने 1980 के दशक की शुरुआत में अपनी पहली एल्बम, ‘रोडवेज दी लारी’ के साथ रेडियो और टेलीविजन पर उपस्थिति दर्ज की थी. उन्होंने कुछ पंजाबी भाषा की फिल्मों जग्गा डाकू जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया.

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

सरदूल के पिता, स्वर्गीय सागर मस्ताना, एक प्रसिद्ध तबला वादक थे, जिन्होंने एक विशेष प्रकार के तबले का आविष्कार किया था, जो एक पतली बांस की छड़ी के साथ बजाया जाता था. सरदूल की शादी अमर नूरी से हुई. जो एक कुशल गायिका और अभिनेत्री रहीं. उन्होंने भी अपने पति की तरह ही कई पुरस्कार हासिल किए. सरदूल के सारंग सिकंदर और अलाप सिकंदर नाम के दो बेटे हैं.

सारंग बड़ा बेटा है. वह एक गायक और एक संगीत निर्माता है. अलाप परिवार में सबसे छोटा है और बहु-प्रतिभाशाली है. अलाप गाता है और हर मुख्यधारा संगीत वाद्ययंत्र भी बजाता है. उन्होंने मेटलवर्क्स इंस्टीट्यूट ऑफ साउंड एंड म्यूजिक प्रोडक्शन से ऑडियो प्रोडक्शन एंड इंजीनियरिंग में स्नातक किया है. दोनों बेटे संगीत में स्व-शिक्षित हैं और निकट भविष्य में उद्योग में अपना काम करने की योजना बना रहे हैं.
पंजाब के इस हीरे को खोने का गम इंडस्ट्री और राजनीति में भी पसरा है. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सरदूल सिकंदर के निधन पर दुख व्यक्त किया है. सुखबीर सिंह बादल ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा- ‘महान पंजाबी पार्श्व गायक सरदूल सिकंदर के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ. यह पंजाबी फिल्म और संगीत उद्योग को भारी नुकसान है. उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के लिए प्रार्थना. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे!’

पहली बार एक साथ अंतिम सफर पर निकलीं 41 लाशें, आठ महीने की बच्ची भी नहीं बची