रायपुर।सम्पूर्ण छग के विभिन्न हिस्सों से प्राप्त खबरों के अनुसार
यह साबित हो गया है,चेम्बर के
आह्वान के बिना छग में बंद नहीं
हो सकता।।दरअसल बीते 56वर्षों के इतिहास के पन्नों को पलटने से पता चलता है,क्षेत्र की सबसे पुरानी संस्था छग चेम्बर ऑफ कामर्स प्रदेश के व्यापारियों की वास्तविक हितग्राही है।।वह सोच समझकर निर्णय लेती है,केवल व केवल व्यापारी हित दिखाई पढ़ने से ही बंद जैसे गंभीर निर्णय लेने का फैसला करती है।।कैट के बंद के असफल होने का प्रमुख कारण यही है: व्यापारियों का अविश्वास।।केन्द्रीय वित्त मंत्रालय से चेम्बर की गहन चर्चा
का दौर जारी है।।शीघ्र ही वित्त मंत्री सरलीकरण के मूड में दिखाई पड़ रही है।।महंगाई के प्रमुख कारक पेट्रोल व डीजल के दाम जीएसटी के सरलीकरण से कम होने वाले हैं।।ट्रांसपोर्ट सस्ते होने से हर वस्तु के दाम कम होंगे, यह है,चेम्बर का कार्य एवं सोच का परिणाम।।व्यापारी बंद को गलत एवं प्रशासन से चर्चा को
सही मानती है।।आज सभी व्यापारी एकजुट होकर मातृसंस्था
के प्रयास की सराहना कर रहे हैं।।बेवजह बंद को व्यापारी, व्यापार का नुकसान समझ रहे हैं।
एक उचित निर्णय को मानते हुए आज सम्पूर्ण छग ने व्यापार चालू रखा।।यही कैट को चेतावनी भी दी।।छग के भोले भाले व्यापारी कैट को नकारकर छग चेम्बर ऑफ कामर्स के साथ खड़े हैं।।