रायपुर हत्या का खुलासा : इस वजह से हुई ई – रिक्शा चालक की हत्या, 4 आरोपी गिरफ्तार




रायपुर। राजधानी रायपुर के खमतराई थाना क्षेत्र के उरकुरा रेलवे पटरी पर मिली युवक की लाश के अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। एक मामूली विवाद के बाद ई-रिक्शा चालक की हत्या कर घटना को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई थी। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।
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मिली जानकारी के अनुसार, 10 सितंबर को पुलिस को उरकुरा रेलवे लाइन पर एक अज्ञात शव पड़े होने की सूचना मिली थी। प्रथम दृष्टया मामला ट्रेन से कटने का लग रहा था, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला घोंटने और सिर पर चोट से मौत की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज कर जांच शुरू की।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और खमतराई पुलिस की संयुक्त टीम ने जांच शुरू की। सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगालने और सोशल मीडिया के माध्यम से मृतक की पहचान बिहार निवासी ओमकार ओझा (27) के रूप में की गई, जो कुम्हारी में रहकर ई-रिक्शा चलाता था। जांच की अहम कड़ी मृतक का मोबाइल फोन बना, जो संजय निषाद नामक युवक के पास से बरामद हुआ। संजय से पूछताछ के बाद पुलिस एक-एक कर अन्य आरोपियों तक पहुंच गई।
पूछताछ में आरोपी भानू दास मानिकपुरी ने खुलासा किया कि मुख्य आरोपी अजय दास की मां और मृतक ओमकार ओझा के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी रंजिश में अजय ने अपने साथियों के साथ मिलकर ओमकार से पहले मारपीट की। बाद में उसे ई-रिक्शा में डालकर उरकुरा के सुनसान इलाके में ले गए, जहां डंडे से पीटने और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। साक्ष्य छिपाने की नीयत से उन्होंने शव को रेलवे पटरी पर फेंक दिया और ई-रिक्शा को उरला में छिपा दिया।
पुलिस ने मामले में भानू दास मानिकपुरी, पीकेश मानिकपुरी, कमलेश दास और संजय निषाद को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की निशानदेही पर मृतक का मोबाइल फोन और ई-रिक्शा जब्त कर लिया गया है। प्रकरण के मुख्य आरोपी अजय दास मानिकपुरी की तलाश जारी है।
कार्यवाही में निरीक्षक सचिन सिंह थाना प्रभारी खमतराई, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पाण्डेय, उपनिरीक्षक सतीश पुरिया, प्र.आर. कुलदीप द्विवेदी, प्रमोद वर्ठी, खिलेश्वर सिंह राजपूत, सुरेश देखमुख, म.प्र.आर. बसंती मौर्य, आर. हिमांशु राठौड़, अविनाश देवांगन, बीरेन्द्र बहादुर सिंह, संदीप सिंह, भूपेन्द्र मिश्रा, राजकुमार देवांगन, विजय बंजारे, कलेश्वर कश्यप तथा थाना खमतराई उपनिरीक्षक प्रहलाद राठौर एवं आर. सुमित वर्मा की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।









