पटाखों की मस्ती में आँखों की सुरक्षा भी जरूरी : डॉ. मेहरा

दीपावली पर आँखों की सुरक्षा के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ की सलाह

रायपुर। दीपावली का त्योहार नजदीक है। दीपावली पर पटाखे ख़ूब चलाए जाते हैं। यह त्योहार रोशनी और पटाखों के धमाकों से भरा होता है, लेकिन इस मस्ती के बीच अपनी आँखों का भी ध्यान रखें क्योंकि पटाखों के धुएँ और बारूद कणों से आँखों को नुक़सान भी पहुँच सकता है। ऐसे में इस खुशी के मौके पर अपनी आँखों की सुरक्षा को नजरअंदाज न करें। यह कहना है छत्तीसगढ़ आई हॉस्पिटल के प्रमुख नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक मेहरा का।

डॉ. अभिषेक मेहरा के अनुसार, “हर साल दीपावली के दौरान पटाखों और जलन के कारण आँखों की चोटों के कई मामले सामने आते हैं। सावधानी और जागरूकता के साथ हम इन हादसों को रोक सकते हैं और इस त्योहार को सुरक्षित तरीके से मना सकते हैं।”

डॉ. मेहरा ने कहा, “दीपावली का उत्साह बनाए रखने के लिए हमें अपनी और अपने प्रियजनों की आँखों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। सावधानी बरतकर हम इस त्योहार को खुशी और स्वास्थ्य के साथ मना सकते हैं।” 44 वर्षों से अधिक समय से सामाजिक और चिकित्सा सेवा में तत्पर छत्तीसगढ़ आई हॉस्पिटल आँखों की देखभाल और आपातकालीन उपचार के लिए 24×7 उपलब्ध है। इस दीपावली, अपने घर को रोशनी से सजाएँ और अपनी आँखों को सुरक्षा दें। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक मेहरा ने दीपावली के दौरान आँखों की चोटों से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।

आँखों की सुरक्षा के लिए डॉ. अभिषेक मेहरा की सलाह :
– पटाखे हमेशा हाथ की दूरी से जलाएँ और झुककर जलाने से बचें।

– पटाखे जलाते या देखते समय सुरक्षात्मक चश्मे पहनें।

– बच्चों को खतरनाक पटाखों से दूर रखें और उनकी निगरानी करें।

– आँखों में जलन या चोट होने पर उन्हें न रगड़ें। साफ पानी से धोएँ और तुरंत नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें।

– प्रदूषण कम करने और आँखों में जलन से बचने के लिए इको-फ्रेंडली पटाखों का उपयोग करें।

– चोट लगने पर घरेलू उपचार से बचें और तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।

vicky Silas

विक्की साइलस – संपादक, छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम विक्की साइलस पिछले 12 वर्षों से मीडिया क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने करीब 10 साल तक छत्तीसगढ़ के एक प्रमुख सांध्य दैनिक अखबार में पत्रकार के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम के संपादक हैं। वे सरल, तथ्य आधारित और जिम्मेदार पत्रकारिता में विश्वास रखते हैं। उनकी नेतृत्व में “छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम” आम लोगों की आवाज़ को प्राथमिकता देने वाला भरोसेमंद डिजिटल प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है।

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