कोटा क्रॉसिंग बंद होने से पहले जनसाधारण तथा छात्रों के लिए वैकल्पिक मार्ग बने: मूणत की DRM से मांग

रायपुर। रायपुर पश्चिम क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री राजेश मूणत ने आज दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) से भेंट कर कोटा रेलवे क्रॉसिंग को बंद किए जाने से पहले आमजन,तथा विद्यार्थियों के सुगम आवागमन हेतु समुचित वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की।

श्री मूणत ने कहा कि इस मार्ग से प्रतिदिन लगभग 10 से 15 हजार लोग आना-जाना करते हैं, जिनमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि क्रॉसिंग के स्थान पर तकनीकी रूप से उपयुक्त अंडर ब्रिज या ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव किया कि रेलवे के तकनीकी अधिकारी रामनगर में बने अंडर ब्रिज का निरीक्षण कर सकते हैं, जहाँ सीमित स्थान में भी प्रभावी ढंग से अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य किया गया है।
मंडल रेल प्रबंधक ने श्री मूणत को जानकारी दी कि शनिवार को उनका पत्र प्राप्त होते ही उन्होंने स्वयं स्थल का निरीक्षण किया और क्रॉसिंग बंद होने की स्थिति में संभावित वैकल्पिक व्यवस्थाओं का आकलन किया गया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि रेलवे प्रशासन इस बात के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है कि कोई भी नई व्यवस्था जनता के लिए असुविधाजनक न हो।
चर्चा के दौरान विधायक श्री मूणत ने डीआरएम को यह भी स्मरण कराया कि तेलघानी नाका क्षेत्र में राजपूताना होटल के सामने से प्लेटफॉर्म क्रमांक 1 से 7 तक पहुँचने हेतु प्रस्तावित ओवर ब्रिज तथा अंडर ब्रिज के निर्माण के लिए भी जैसे ही रेलवे द्वारा *NOC* प्रदान की जाएगी, राज्य सरकार इस कार्य को अपने बजट से शीघ्र क्रियान्वित करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर देगी।

इसके अतिरिक्त, श्री मूणत ने डीआरएम कार्यालय के पीछे स्थित नाले पर भी अंडर ब्रिज अथवा ओवर ब्रिज निर्माण की संभावनाओं की जाँच कर समुचित कार्यवाही किए जाने का अनुरोध किया, जिस पर मंडल रेल प्रबंधक ने सहमति व्यक्त करते हुए आवश्यक तकनीकी परीक्षण कराए जाने का आश्वासन दिया।

vicky Silas

विक्की साइलस – संपादक, छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम विक्की साइलस पिछले 12 वर्षों से मीडिया क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने करीब 10 साल तक छत्तीसगढ़ के एक प्रमुख सांध्य दैनिक अखबार में पत्रकार के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम के संपादक हैं। वे सरल, तथ्य आधारित और जिम्मेदार पत्रकारिता में विश्वास रखते हैं। उनकी नेतृत्व में “छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम” आम लोगों की आवाज़ को प्राथमिकता देने वाला भरोसेमंद डिजिटल प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है।

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