एनजीओ के साथ मिलकर रायपुर को हरा – भरा बनाएंगे, पौधे रोपित कर लगाए गए प्रत्येक पौधे की सुरक्षा के उपाय करवाएंगे- महापौर मीनल


रायपुर। रायपुर नगर पालिक निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे की पर्यावरण हितेषी पहल की जानकारी मिलने पर नगर निगम मुख्यालय में एक दर्जन से अधिक एनजीओ पदाधिकारी और स्वयंसेवक नगर निगम मुख्यालय पहुंचे और सघन पौधरोपण अभियान के सम्बन्ध में महापौर से चर्चा कर जानकारी प्राप्त की और शहर के पर्यावरण को लेकर उन्हें अपने सुझाव दिए.
इस अवसर पर पर्यावरण को लेकर महापौर श्रीमती मीनल चौबे के साथ एनजीओ पदाधिकारियों की चर्चा के दौरान नगर निगम जल कार्य विभाग अध्यक्ष श्री संतोष सीमा साहू, राजस्व विभाग अध्यक्ष श्री अवतार भारती बागल, अपर आयुक्त श्री विनोद पाण्डेय, उपायुक्त श्री जसदेव सिंह बाबरा, कार्यपालन अभियंता श्री गजाराम कँवर सहित नया सवेरा जनकल्याण समिति के विष्णु साहू, राजा निर्मलकर, पर्ल वेलफेयर फाउंडेशन के श्री राजेश गोयल, श्री सुरजीत सिंह छाबड़ा, प्रकृति की ओर सोसायटी के मोहन वर्ल्यानी, डॉक्टर अनिल चौहान, विद्याभूषण दुबे, भागीरथी,नो मोर टीयर्स वेलफेयर फाउंडेशन के अभय दुगु, ऋचा हिन्दुजा,कृष्ण मित्र फाउंडेशन के माधव लाल यादव, पर्यावरण प्रेमी संगठन के अध्यक्ष श्री आर. डी. दहिया की उपस्थिति रही.
महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने एनजीओ के पदाधिकारियों, स्वयंसेवकों को बताया कि केन्द्र सरकार की अभिनव योजना अमृत मित्र योजना अंतर्गत वीमेन फॉर ट्री योजना के तहत एक वर्ष के लिए नगर निगम रायपुर द्वारा महिला स्वसहायता समूहों की 230 स्वच्छता दीदियों को रोजगार युक्त किया है. लगाए गए प्रत्येक पौधे की जियो टेंगिग की जाएगी ओर स्वच्छता दीदियों द्वारा सभी पौधोँ की सुरक्षा ओर देखभाल का दायित्व कार्य किया जायेगा ओर इस हेतु उन्हें नियमानुसार मानदेय राशि योजना अंतर्गत प्रदत्त की जाएगी.


महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने कहा कि नगर निगम रायपुर शहर को हरित राजधानी शहर बंनाने का कार्य एनजीओ स्वयंसेवकों, सामाजिक कार्यकर्त्ताओं के साथ नागरिकों को लेकर करने कार्य करेगा. तालाबों के किनारों और अन्य सभी सुरक्षित स्थानों पर शहर को हराभरा बनाने पौधे लगाकर लगाए गए प्रत्येक पौधे की सुरक्षा और देखभाल का कार्य सबकी सहभागिता से अपनी सन्तानों की भांति करेंगे. महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने एनजीओ के सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना. सभी से रायपुर को हरित शहर बनाने सहभागिता दर्ज करवाने की अपील समाजहित में पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से की.