नगर पालिका परिषद अहिवारा में भ्रष्टाचार और प्रताड़ना के गंभीर आरोप

अहिवारा। नगर पालिका परिषद अहिवारा में प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) से जुड़ा मामला इन दिनों चर्चाओं में है। पूर्व आवास प्रेरक अंशुल मोराने और वास्तुविद सलाहकार चितरंजन अग्रवाल ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) पर प्रताड़ना, अनियमितता और रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप लगाए हैं।

पूर्व आवास प्रेरक अंशुल मोराने ने नगर पालिका अध्यक्ष विद्यानंद कुशवाहा को सौंपे गए आवेदन में कहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्य के दौरान सीएमओ द्वारा उनसे बार-बार कमीशन की मांग की गई और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। श्री मोराने ने बताया कि 30 अप्रैल 2025 को वास्तुविद सलाहकार आर्किटेक्ट राहुल देवकर को ₹5,78,070 का भुगतान किया गया था, जिसके एवज में सीएमओ ने 50 प्रतिशत कमीशन यानी लगभग ₹2.89 लाख रुपये की मांग की। आरोप है कि ₹1.39 लाख रुपये वसूलने के बाद भी सीएमओ ने दबाव बनाना जारी रखा और शेष राशि न देने पर नौकरी से हटाने की धमकी दी गई।

मोराने ने कहा कि लगातार मानसिक उत्पीड़न के चलते वे तनाव और अवसाद का शिकार हो गए हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास इस पूरे प्रकरण से जुड़ी ऑडियो रिकॉर्डिंग साक्ष्य के रूप में उपलब्ध है। उन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो उनके पास आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।

इसी बीच, प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत कार्य करने वाले वास्तुविद सलाहकार चितरंजन अग्रवाल ने भी भुगतान में देरी और अनियमितता का मामला उठाया है। उनका कहना है कि उन्होंने 1 मई 2025 को बिल प्रस्तुत किया था, किंतु मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा 50 प्रतिशत कमीशन की मांग किए जाने के कारण अब तक उनका भुगतान लंबित है, जबकि निकाय के खाते में संबंधित फंड उपलब्ध है।

श्री अग्रवाल ने अध्यक्ष श्री विद्यानंद कुशवाहा को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि उनका बकाया भुगतान शीघ्र किया जा सके। उन्होंने कहा कि “ईमानदारी से काम करने वाले व्यक्ति को इस तरह परेशान किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। शासन स्तर पर इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”

नगर पालिका परिषद अहिवारा में पीएम आवास योजना से जुड़े इन दोनों मामलों ने नगर के प्रशासनिक तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम नागरिकों और जनप्रतिनिधियों में भी इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग तेज हो गई है।

vicky Silas

विक्की साइलस – संपादक, छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम विक्की साइलस पिछले 12 वर्षों से मीडिया क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने करीब 10 साल तक छत्तीसगढ़ के एक प्रमुख सांध्य दैनिक अखबार में पत्रकार के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम के संपादक हैं। वे सरल, तथ्य आधारित और जिम्मेदार पत्रकारिता में विश्वास रखते हैं। उनकी नेतृत्व में “छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम” आम लोगों की आवाज़ को प्राथमिकता देने वाला भरोसेमंद डिजिटल प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है।

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