प्रदेश अध्यक्ष ने दिखाया भगवा ध्वज, सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा में शामिल होने रायपुर से रवाना हुई बसे, दिल्ली में होगा भव्य शुभारंभ
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी की अगुवाई में 7 नवंबर से दिल्ली-वृंदावन तक निकलेगी ऐतिहासिक यात्रा




रायपुर। हिन्दू एकता और सनातन रक्षा के पावन संकल्प को साकार करने हेतु बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पूज्य गुरुदेव पंडित श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज के द्वारा 7 नवम्बर से 16 नवम्बर 2025 तक आयोजित होने वाली “सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा” में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ से भक्तों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हो गया है। यह ऐतिहासिक पदयात्रा दिल्ली से वृंदावन तक निकाली जाएगी, जिसमें देश भर से हजारों धर्मप्रेमी शामिल होंगे।
भाजपा युवा नेता व समाज सेवी बसंत अग्रवाल के नेतृत्व में बागेश्वर धाम शिष्य मंडल, छत्तीसगढ़ के द्वारा इस धार्मिक यात्रा में शामिल होने हेतु भक्तों के लिए निःशुल्क बसें उपलब्ध कराई गई हैं। आज 5 नवम्बर, बुधवार की सुबह 7:30 बजे, रायपुर के गुढ़ियारी स्थित श्री हनुमान मंदिर, मच्छी तालाब से चार बसें दिल्ली के लिए रवाना हुईं। इस शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, दक्षिण कौशल के पीठाधीश्वर राजीव लोचन दास, बसंत अग्रवाल, पूर्व पार्षद विनोद अग्रवाल, श्रवण शर्मा, प्रकाश माहेश्वरी, आज़ाद गुर्जर, पुष्पेंद्र उपाध्याय, विवेक अग्रवाल और कई संतजनों ने भगवा ध्वज दिखाकर बसों को रवाना किया। इस दौरान पूरा गुढ़ियारी क्षेत्र “जय श्री राम” के नारों से गूंज उठा, जो भक्तों के उत्साह और आस्था को प्रदर्शित कर रहा था।
बसंत अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि यह पदयात्रा सनातन संस्कृति, राष्ट्र चेतना और सामाजिक एकता का संदेश लेकर आगे बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि पूज्य गुरुदेव पंडित श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म की रक्षा और हिन्दू समाज की एकजुटता के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपना योगदान देने हेतु प्रेरित करना है। यह पदयात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय चेतना का आह्वान है।
यात्रा में शामिल होने वाले भक्तों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। आयोजकों द्वारा यात्रियों के भोजन व आवास की संपूर्ण व्यवस्था दिल्ली से वृंदावन तक की पदयात्रा के दौरान की जाएगी। इसके अतिरिक्त, भक्तजनों के लिए रायपुर से दिल्ली तक की यात्रा और पदयात्रा समाप्त होने के उपरांत वृंदावन से वापस रायपुर तक लौटने की भी निःशुल्क व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, ताकि किसी भी भक्त को असुविधा का सामना न करना पड़े।
यह पदयात्रा सनातन धर्म के प्रति आस्था रखने वाले हजारों लोगों को एक मंच पर लाएगी और देश भर में हिन्दू एकता तथा सनातन मूल्यों के संरक्षण का एक सशक्त संदेश देगी।









