डेंगू का गलत उपचार करने वाले अस्पताल पर कार्रवाई की जाएगी। जो जांच के आदेश दिए गए हैं। जानकारी के अनुसार, एलाइजा टेस्ट के बिना डेंगू का इलाज किया गया है। मामला उठाने के बाद जांच की गई है। किसी को गलत पाया गया तो कार्रवाई होगी।

एलाइजा की जांच के बाद ही डेंगू की पुष्टि होगी। प्रदेश में लगभग 300 लोग डेंगू से मर चुके हैं। BJP का दावा है कि लगभग 25 लोग डेंगू से मर चुके हैं।
मृत्यु पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मरने वाले व्यक्ति का एलाइजा टेस्ट पॉज़िटिव नहीं निकला। एंटीजेन रिपोर्ट ने निजी हॉस्पिटल में डेंगू का इलाज दिया। डेंगू के इलाज के लिए लगभग 85,00,000 से अधिक प्राइवेट हॉस्पिटल बंद हो गए हैं।
