रायपुर| प्रदेश में एक बार फिर धान खरीदी पर सियासत शुरू हो गई है. नई सरकार बनने के बाद अब धान उपार्जन केन्द्रों में किसान अब अपने फसल को समर्थन मूल्य पर बेचने धान उपार्जन केंद्र में पहुंच रहे हैं. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहली कैबिनेट बैठक को लेकर कांग्रेस सरकार को घेर रही है. कांग्रेस ने कहा है कि प्रदेश में धान खरीदी चल रही है.
बीजेपी ने वादा किया था प्रति एकड़ 21 क्विंटल 3100 रुपए के भाव में धान की खरीदी करेंगे. लेकिन कैबिनेट ने इसको लेकर कोई फैसला नहीं लिया है. हालांकि सीएम का कहना है जो भी वादा हमने किया है उसे पूरा करेंगे. बहरहाल यही उम्मीद है की है नई सरकार 3100 सौ में 21 क्विंटल धान खरीदी करेगी.
इधर किसानों का भी कहना है कि हम सरकार बनने का इंतजार कर रहे थे. अब सरकार बन गई है तो हम धान बेचना शुरू कर दिए हैं. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी ने कहा था कि धान खरीदी केन्द्रों में, गांव में ही एकमुश्त नगद पैसे दिए जाएंगे, लेकिन कैबिनेट में इस पर भी कोई फैसला नहीं हुआ है.
जब धान खरीदी केंद्रों में 21 क्विंटल के आधार पर खरीदी का फैसला नहीं पहुंचेगा, 3100 के मूल्य और नगद भुगतान की व्यवस्था नहीं होगी तो किसानों के इस वायदे का क्या होगा ? वही सीएम विष्णुदेव साय का कहना है कि जो भी वादा मोदी की गारंटी में है सभी पूरा किया जाएगा.
बहरहाल किसान बीते दिनों सरकार बनने का इंतजार कर रहे थे और सरकार बन जाने के बाद से लगातार किसान धान बेचने पहुंच रहे हैं. रोजाना लगभग हर धान उपार्जन केंद्रों में किसानों की आवक बढ़ रही है. किसानों के धान उपार्जन केंद्रों में आने से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार प्रदेश सरकार के मनसानुरूप खरीदी पूरी कर ली जाएगी.