नंदिनी अहिवारा में गणेश उत्सव को लेकर प्रशासन ने जारी किए दिशा-निर्देश, जानिए इस बार डीजे बजेगा या नहीं

नंदिनी अहिवारा। गोवर्धन प्रसाद ताम्रकार: आगामी गणेश उत्सव को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए नंदिनी अहिवारा क्षेत्र में पुलिस प्रशासन और नगर पालिका ने कमर कस ली है। क्षेत्र के सभी गणेश पंडाल समितियों के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिसमें सबसे प्रमुख निर्णय डीजे के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।

 

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डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध, साउंड सिस्टम की आवाज धीमी रखने के निर्देश

मिली जानकारी के अनुसार, गणेश पंडालों में किसी भी तरह के डीजे साउंड सिस्टम का उपयोग पूरी तरह वर्जित रहेगा। आयोजकों को केवल पारंपरिक ध्वनि विस्तारक यंत्रों (साउंड सिस्टम) का उपयोग निर्धारित ध्वनि सीमा के भीतर ही करने की अनुमति होगी। प्रशासन का उद्देश्य उत्सव के दौरान होने वाले ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करना और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखना है। पंडालों में केवल सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन की ही अनुमति होगी।

सुरक्षा व्यवस्था समितियों की जिम्मेदारी

सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोपरि रखते हुए सभी समितियों के लिए अपने पंडालों में सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य किया गया है। इसके साथ ही, किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अग्निशमन यंत्र, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्वयंसेवकों (वालंटियर) की टीम तैनात करना भी आवश्यक होगा। समिति के पदाधिकारी पंडाल की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।

विसर्जन के लिए नहीं निकलेगा जुलूस

गणेश विसर्जन को लेकर भी विशेष निर्देश दिए गए हैं। विसर्जन के लिए किसी भी प्रकार का अनियंत्रित जुलूस या अव्यवस्थित भीड़ निकालने पर पाबंदी रहेगी। सभी समितियों को पुलिस प्रशासन द्वारा निर्धारित मार्ग और समय का पालन करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से विसर्जन संपन्न कराना होगा।

नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कड़ी कार्रवाई

प्रशासन ने चेतावनी दी है कि इन नियमों की अनदेखी करने वाली या किसी भी प्रकार की अव्यवस्था फैलाने वाली समितियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य गणेश उत्सव के पावन पर्व को उसकी मूल धार्मिक और सांस्कृतिक भावना के साथ, बिना किसी शोर-शराबे के एक सुरक्षित माहौल में मनाना है।

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