मेडिकल बिल पास करने के लिए मांगी 10 हजार की रिश्वत, ACB ने शिक्षा विभाग के बाबू को रंगेहाथों दबोचा


रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया है। ACB ने शिक्षा विभाग के एक भ्रष्ट बाबू को शिक्षक से 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी बाबू शिक्षक के बच्चे के इलाज पर हुए खर्च के मेडिकल बिल को पास करने के बदले यह रकम मांग रहा था। इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
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जानकारी के अनुसार, अभनपुर के पारागांव निवासी चंद्रहास निषाद शासकीय स्कूल चांपाझार, चंपारण में शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। हाल ही में उनके बच्चे की तबीयत खराब होने पर इलाज में करीब डेढ़ लाख रुपये खर्च हुए थे। चंद्रहास ने विभाग में एक लाख रुपये का मेडिकल बिल भुगतान के लिए जमा किया था।

आरोप है कि इस बिल को पास करने के लिए शिक्षा विभाग के बाबू मनोज कुमार ठाकुर ने उनसे 10,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। बाबू ने साफ कहा कि जब तक पैसे नहीं मिलेंगे, बिल आगे नहीं बढ़ेगा।
शिकायतकर्ता शिक्षक चंद्रहास निषाद ने बताया कि आरोपी बाबू मनोज ठाकुर लगातार शिक्षकों को परेशान करता था और हर छोटे-बड़े काम के लिए पैसों की मांग करता था। उसके इस रवैये से कई शिक्षक परेशान थे। बाबू की हरकतों से तंग आकर शिक्षक ने हिम्मत दिखाई और इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) से कर दी।
शिकायत मिलने के बाद ACB ने मामले का सत्यापन किया और आरोपी को पकड़ने के लिए एक योजना बनाई। टीम ने शिकायतकर्ता को केमिकल लगे हुए नोट देकर बाबू के पास भेजा। जैसे ही शिक्षक चंद्रहास ने बाबू मनोज ठाकुर को रिश्वत के 10,000 रुपये दिए, पहले से तैयार ACB की टीम ने उसे रंगेहाथों दबोच लिया। आरोपी के हाथ धुलवाने पर रंग निकल आया, जिससे रिश्वत लेने की पुष्टि हो गई।
ACB की टीम ने आरोपी मनोज कुमार ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। उसे जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा।

