रिश्तों का खून! भांजे के प्यार में पागल महिला ने पति को मारा, खेत में गाड़कर डाला नमक

दस माह बाद हुआ सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा; शव गलाने के लिए हड्डियों को नहर में फेंका

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर से रिश्तों के कत्ल का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। एक महिला ने अपने प्रेमी भांजे के साथ मिलकर अपने पति की निर्मम हत्या कर दी और शव को घर के पीछे खेत में दफना दिया। यही नहीं, शव को जल्दी गलाने के लिए उस पर नमक भी डाला गया। दस महीने पहले हुए इस खौफनाक हत्याकांड का खुलासा अब हुआ है, जब पुलिस ने मृतक की मां की शिकायत पर जांच शुरू की।

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प्रेमी भांजे के साथ मिलकर रची साजिश

यह दिल दहला देने वाली घटना कानपुर के सचेंडी थाना क्षेत्र की है। पुलिस के अनुसार, आरोपी महिला लक्ष्मी (लगभग 40 वर्ष) और उसका भांजा अमित (लगभग 25 वर्ष) प्रेम संबंध में थे। इसी अवैध रिश्ते के चलते उन्होंने लक्ष्मी के पति शिवबीर (45) को रास्ते से हटाने की साजिश रची। शिवबीर पनकी की एक फैक्ट्री में गेटकीपर के तौर पर कार्यरत थे।

नशे की गोली देकर रॉड से की हत्या

पुलिस की पूछताछ में अमित ने बताया कि 2 नवंबर को लक्ष्मी ने अपने पति शिवबीर को चाय में नशे की गोली मिलाकर पिलाई। जब शिवबीर बेहोश होकर सो गए, तो लक्ष्मी और अमित ने मिलकर उनके सिर पर लोहे की रॉड से वार कर उनकी हत्या कर दी। घटना के वक्त शिवबीर की 13 साल की बेटी और 8 साल का बेटा जग गए थे, लेकिन लक्ष्मी ने किसी तरह उन्हें शांत करा दिया। उनका 18 वर्षीय बड़ा बेटा उस समय घर पर नहीं था।

शव को खेत में गाड़ा, हड्डियों को नहर में फेंका

हत्या के बाद दोनों ने शिवबीर के शव को घर के पीछे स्थित खेत में दफना दिया। शव को जल्दी गलाने के लिए उस पर बड़ी मात्रा में नमक भी डाला गया था। हालांकि, कुछ समय बाद आवारा कुत्तों ने दफनाए गए शव की हड्डियों को खोदकर बाहर निकाल दिया। इस पर, आरोपियों ने उन हड्डियों को एक बोरे में भरकर पनकी नहर में फेंक दिया, ताकि कोई सुराग न मिल सके।

मां की शिकायत पर खुला राज

इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा तब हुआ जब मृतक शिवबीर की मां सावित्री देवी (मूल रूप से बांदा के मवई चौराहा की निवासी) ने अपने बेटे के लापता होने की शिकायत 6 मई 2025 को सचेंडी थाने में दर्ज कराई। सावित्री देवी ने पुलिस को बताया कि वह 30 अक्टूबर 2024 को अपने गृह जनपद बांदा गई थीं और 5 सितंबर को वापस आईं। तब बहू लक्ष्मी ने उन्हें बताया कि शिवबीर किसी के फोन पर नौकरी के सिलसिले में गुजरात चले गए हैं।

कई दिनों तक शिवबीर का कोई पता न चलने और बहू के बयानों में विरोधाभास देख सावित्री देवी को शक हुआ। उन्होंने पुलिस को लक्ष्मी और अमित के प्रेम संबंधों के बारे में भी जानकारी दी।

ग्रामीणों ने की प्रेम संबंध की पुष्टि

एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने बताया कि सावित्री देवी की शिकायत के बाद पुलिस ने लक्ष्मी और अमित के संबंधों को लेकर ग्रामीणों से पूछताछ की। ग्रामीणों ने इन संबंधों की पुष्टि की, जिसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। गहन पूछताछ के दौरान अमित ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और पूरी वारदात का खुलासा किया।

घटनास्थल से मिले अहम सुराग

शनिवार को पुलिस दोनों आरोपियों को उस बाग में लेकर गई, जहां शिवबीर के शव को दफनाया गया था। उनकी निशानदेही पर की गई खुदाई में पुलिस और फॉरेंसिक टीम को कई अहम सुराग मिले। इनमें हड्डियों के अवशेष, मृतक के अंडरगारमेंट, बालों के गुच्छे, एक लॉकेट, बेल्ट का बक्कल और शव गलाने के लिए इस्तेमाल किए गए नमक के खाली पाउच शामिल हैं।

सचेंडी इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट ने बताया कि अमित हाथ से दिव्यांग है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि कैसे अवैध संबंध अपराध की हद तक जा सकते हैं।

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