एपिसोड की शुरुआत होती है अनुपमा और यशदीप से। यशदीप, अनुपमा को बोलता है कि वह ऐसे सब छोड़ नहीं सकती। उसे अनुज से बात करके सब ठीक करना चाहिए। वह कहता है कि जो छोड़कर जाता है वो अपने पीछे सिर्फ दर्द छोड़कर नहीं जाता, सवाल भई छोड़कर जाता है। अनुज भी अपने सवालों का जवाब चाहता है। आप दोनों की कहानी खत्म नहीं हुई है, अभी आपकी कहानी का आखिरी पन्ना लिखना जरूरी है।
अनुज करेगा श्रुति का बर्थडे प्लान
अनुज घर आ जाता है, वहां आध्या आती है और कहती है उसे बात करनी है। अनुज कहता है कि मुझे बात नहीं करनी। आध्या कहती है कि मुझे आपसे महान अनुपमा जी की बात नहीं करना चाहती बल्कि श्रुति को लेकर बात करना चाहती है। वह कहती है कि आप यह मत भूलो कि जब अनुपमा उसे छोड़कर गई थी तब श्रुति ने दोनों को संभाला। आध्या कहती है कि कल श्रुति का बर्थडे है और उसे उसके लिए कुछ स्पेशल करना है।
श्रुति-अनुज जाएंगे डेट पर
अनुज फिर आध्या को कहता है कि उसे जो करना होगा कर लेगा, लेकिन तुम ये मत भूलो कि मैं तुम्हारा पापा हूं और तमीज से बात करो। आध्या कहती है कि पॉप्स, श्रुति को सरप्राइज डेट पर लेकर जाओ। अनुज मान जाता है। आध्या खुश हो जाती है यह सुनकर। आध्या कहती है कि मैं इतनी बुरी नहीं हूं, लेकिन मैं जो भी कर रही हूं वो आपके और श्रुति के लिए कर रही हूं। मैं आप दोनों से बहुत प्यार करती हूं।
वहीं अनुपमा, यशदीप से बात करते हुए कहती है कि वह अब रिश्तों में उलझना नहीं चाहती और अपने सपने पूरा करना चाहती है। वह कहती है मैं थक गई हूं सबके लिए करते-करते। मैं एक अच्छी बीवी, अच्छी बहू, अच्छी मां का सर्टिफिकेट मांग-मांगकर थक गई हूं।
यशदीप ने बताया अपना दुख
अनुपमा फिर यशदीप से पूछती है कि आपने भी किसी से प्यार किया था? यशदीप कहता है अपनी जान से भी ज्यादा। मोहब्बत वो गलती है जो हर इंसान अपनी जिंदगी में एक बार जरूर करता है। मैंने भी वो गलती की है। अनुपमा कहती है कि आपने उसे इतना प्यार किया था फिर भी वह आपको छोड़कर चली गई वो भी शादी वाले दिन। यशदीप कहता है हां जिंदगी का सबसे बड़ा दर्द देने के लिए उसने वो दिन चुना। उस दिन मैं फूट-फूटकर रोया था। अनुपमा ने पूछा कि आपने उसे ढूंढने की कोशिश नहीं की? यशदीप कहता है बहुत की, लेकिन मिली नहीं। मेरे पास भी कई सवाल थे कि वो क्यों छोड़कर गई, मेरी क्या गलती थी? लेकिन आज तक जवाब नहीं मिला। यशदीप कहता है मैं आज तक उसे भूलकर आगे नहीं बढ़ पाया, अनुज भी नहीं बढ़ पाया है और ना आप बढ़ पाओगी इसलिए मैं कह रहा हूं कि आप अनुज से मिलो और उससे बात करो, नहीं तो मरते दम तक ऐसे ही अटके रहोगे।