रायपुर। भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आज विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में अनियमितता का मामला उठाया उन्होंने कहा कि 29 जनवरी, 2021 को राज्य सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी बंद कर दिया । धान का दाना-दाना खरीदी का वायदा कर, सत्ता हासिल गर, किसानों को दाना -दाना के लिए मोहताज कर दिया। 75 हजार से अधिक किसानों का रजिस्ट्रेशन करने के बाद तकनीकी समस्या बताकर धान नहीं खरीदा गया । 1 लाख से अधिक लपू एवं सीमांत किसानों के खेत का साया आधा कर दिया । प्रदेश का एक भी किसान ऐसा नहीं है, जिसके पूरे खाते के धान की खरीदी की गई हो । बाकायदा मुख्यमंत्री निवास से रोज जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिये गये कि वो स्वयं गिरदावरी करने जाएं और पटवारियों को धान का रकबा कम करने के निर्देश का सख्ती से पालन कराएं इसका परिणाम भयावह और डरावना है, लाखों किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए वैंकों से कर्ज लिया, वो आत्महत्या को मजबूर हो गये 62 हजार व्याकरण लेने वाले किसान राजपुर (कोंडागांव) का धनीराम मरकाम आत्महत्या को मजबूर हुआ, कारण था उसके लगभग 7 एक खेत का रकबा पटाके पौन एकड़ कर दिगा गया । यही नहीं राजनांदगांव के आसरा नामक गांव के किसन मूलचंद यादव ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, गिधवा निवासी किरण साहू धान खरीदी केन्द्र पर सदमे से इहलीला खत्म कर ली। इसका कारण उनका धान नहीं खरीदने का जवाब उसे कलेक्टर से लेने में होने की बात कही गई, इस तरह इस सरकार की धान खरीदी ने प्रदेश के सैकड़ों किसानों की जान ले ली और लाखों किसानों को कर्ज में लाद कर सड़क पर खड़ा कर दिया । आधा अधूरा जो धान खरीदा गया, उसमे तौल में डंठी मारना, किसानों को बोरा न देना, खरीदी केन्द्र पर 8-10 दिन तक धान का तौल न करना आदि कई दिक्कतों का सामना किसानों को कराकर अपमान का धूंट पीना पड़ा । इसके चलते प्रदेश के किसानों में भारी रोष एवं आक्रोश व्याप्त है
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत में अपने लिखित उत्तर में यह स्वीकार किया कि 31 जनवरी के बजाय 29 जनवरी को ही धान खरीदी बंद कर दी गई थी क्योंकि 30 और 31 जनवरी को अवकाश था 20. 53 लाख किसानों से 52 लाख टन की खरीदी सहकारी समितियों के माध्यम से की गई 21.52 लाख किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया था 263 नवीन धान खरीदी केंद्र खोले गए 2311 धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी गई गत वर्षो की तुलना में इस वर्ष धान के पंजीकृत रकबा में वृद्धि हुई है।
भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर , शिवरतन शर्मा कृष्णमूर्ति बांधी द्वारा उठाए गए प्रश्नों का खाद्य मंत्री जवाब नहीं दे पा रहे थे और वे लगातार प्रश्न करता सदस्य को कृषि मंत्री से संबंधित जानकारी होने की बात कहते हुए कृषि विभाग का मामला बताते रहे मंत्री द्वारा लगातार जवाब न दिए जाने से असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने किसानों के इस मुद्दे पर सरकार की ओर से जवाब नहीं आने की बात करते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया ।।