रायपुर | ईडी के प्रतिवेदन पर कस्टम मीलिंग घोटाले के आरोपों में मार्कफेड के तत्कालीन प्रबंध संचालक मनोज सोनी, कोरबा में तत्कालीन डिस्ट्रिक्ट मार्केटिंग ऑफिसर प्रीतिका पूजा केरकेट्टा के अलावा छत्तीसगढ़ राइस मिलर एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर, छत्तीसगढ़ स्टेट राइस मिलर्स एसोसिएशन के तत्कालीन प्रेसिडेंट कैलाश रुंगटा तथा वाइस प्रेसिडेंट पारसमल चोपड़ा के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. कस्टम मिलर घोटाले की जांच में यह बात सामने आई है कि राइस मिलर द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम तथा एफसीआई में जो चावल जमा किया गया था उसमें बड़े पैमाने पर पैसे का लेनदेन किया गया है.
क्विंटल के हिसाब से कमीशन
कस्टम मीलिंग में लेनदेन करने का मास्टरमाइंड मार्कफेड के प्रबंधक मनोज सोनी रहे हैं. मनोज सोनी के कहने पर डिस्ट्रिक्ट मार्केटिंग ऑफिसर राइस मिलरों से क्विंटल के हिसाब से कमीशन कलेक्शन करते थे. कलेक्शन की राशि कस्टम मिलिंग दर से 40% कमीशन के तौर पर लिया करते थे. इससे शासन को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. कस्टम बिलिंग घोटाले की जांच में यह बात सामने आई है की मार्कफेड के अफसर रोशन चंद्राकर के निर्देश पर करते थे.
इन धाराओं के तहत अपराध दर्ज
ईओडब्लू ने ईडी के प्रतिवेदन पर अपराध क्रमांक 0 1/2024, आईपीसी की धारा 120 बी, 409 भ्रष्टाचार निवारण धारा 13 (1 ) का सहपठित धारा 13(2) के तहत कस्टम मिलिंग घोटाला मामले में अपराध दर्ज किया गया है. डीएमएफ फंड घोटाला में अपराध क्रमांक 02 में धारा 120 बी, 420 के तहत अपराध दर्ज कर जाँच करेगी.