CG Crime : कॉलेज छात्रा से एक लाख रुपये की अवैध उगाही की कोशिश, दो युवक गिरफ्तार, किराये की कार में नम्बर प्लेट की जगह लिखा दिए डिप्टी कलेक्टर

CG Crime : दुर्ग। दुर्ग जिले की अंजोरा पुलिस चौकी अंतर्गत एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां दो युवकों ने एक कॉलेज छात्रा से अवैध रूप से एक लाख रुपये वसूलने की कोशिश की। आरोपी युवक एक किराये की लग्जरी कार से छात्रा के कॉलेज पहुंचे थे। पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 29 मई 2025 को एक छात्रा ने अंजोरा पुलिस चौकी में लिखित शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी वैभव भारती, जिसे वह तीन वर्षों से जानती थी और जिसके साथ प्रेम संबंध भी थे, ने उसे इंस्टाग्राम पर अन्य दोस्तों से बातचीत करने पर अपशब्द कहे और उसके साथ दुर्व्यवहार किया। लड़की द्वारा संपर्क तोड़ने व इंस्टाग्राम पर ब्लॉक करने के बाद आरोपी लगातार उसे और उसके दोस्तों को सोशल मीडिया पर गालियां भेज रहा था।

घटना की गंभीरता तब बढ़ गई जब 29 मई की शाम करीब चार बजे आरोपी वैभव अपने मित्र प्रियम जैन के साथ एक वॉक्सवैगन कार में कॉलेज पहुंचा। कार की नंबर प्लेट पर “डिप्टी कलेक्टर” लिखा हुआ था। दोनों युवक लड़की के पास पहुंचे और वैभव ने उससे एक लाख रुपये की मांग की। जब लड़की ने पैसे देने से इनकार किया, तो वैभव ने उसे धमकी दी कि वह उसके और अपने प्रेम संबंधों की जानकारी उसके परिवार वालों को बता देगा। साथ ही उसे जान से मारने की धमकी दी और गाली-गलौज कर वहां से फरार हो गया।

प्रार्थिया द्वारा की गई शिकायत के आधार पर अंजोरा पुलिस ने तत्काल अपराध क्रमांक 200/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 308(2), 308(4), 296, 351(3), 3(5) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस को सूचना मिली कि दोनों आरोपी रायपुर से बस के जरिए फरार होने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दुर्ग बस स्टैंड से दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया।

पूछताछ में आरोपी वैभव ने स्वीकार किया कि वह प्रार्थिया से प्रेम करता था और जब उसने उससे बातचीत बंद कर दी, तो वह नाराज हो गया। उसने अपने मित्र प्रियम के साथ मिलकर रायपुर से किराए पर कार ली, उसमें असली नंबर प्लेट हटाकर “डिप्टी कलेक्टर” लिखी फर्जी प्लेट लगाई और अंजोरा कॉलेज पहुंचकर लड़की को धमकाने की योजना बनाई।

पुलिस ने दोनों आरोपियों के कब्जे से वॉक्सवैगन कार, मोबाइल फोन और फर्जी नंबर प्लेट बरामद कर ली है। कार को शिवनाथ नदी के पुल के नीचे छिपा कर रखा गया था, जिसे बरामद कर लिया गया है। आरोपियों को 30 मई को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस ने बताया कि इस मामले में कार मालिक की जानकारी जुटाई जा रही है और वाहन के इस्तेमाल की वैधता की भी जांच की जा रही है।

पूरे मामले की जांच में चौकी प्रभारी रेमन साहू, प्रधान आरक्षक राकेश सिंह, आरक्षक बृज मोहन सिंह और रोमन देशमुख की सराहनीय भूमिका रही।

Advertisement

Related Articles