मुंबई. साहिबा एक वकील के पास पहुंची है। अंगद उसे केबिन के बाहर से देखता है और सोचता है कि वह तलाक के लिए वकील के पास आई है। इस बीच ऑफिस का गार्ड आता है और उसे अपनी गाड़ी हटाने के लिए कहता है। इस वजह से अंगद उनकी पूरी बात सुन नहीं पाता है। वकील बताती है कि उसके केबिन में कुछ डिजाइन्स चाहिए। साहिबा उसे भरोसा देगी कि वह पूरी कोशिश करेगी वह जिस तरह का डिजाइन चाहती है वैसा ही बनाकर दे। जब ये बातें हो रही होती हैं तो अंगद बाहर चला जाता है।
कीरत से गैरी की हुई मुलाकात
कीरत पार्क में टहलने गई है। वह बीते दिन वीर की बातें सोचती रहती है। गैरी भी वहां आ जाता है। वह देखता है कीरत परेशान है। कीरत बताएगी उसके साथ जो हो रहा है वह समझ नहीं आ रहा है। गैरी भरोसा दिलाएगा वह उसका दोस्त है तो हमेशा उसके साथ खड़ा रहेगा। वह अपनी बातों से किसी तरह कीरत के चेहरे पर हंसी ला पाने में कामयाब रहता है।
क्या घर से चली जाएगी
सीरत के पास जसलीन आएगी और कहेगी सभी को लगता है अब उसे अपने घर चले जाना चाहिए। उसका तलाक हो चुका है और अब किसी से कोई रिश्ता नहीं है। बरार हाउस में रहने का अब उसका कोई हक नहीं बचा है। यह सुनकर सीरत परेशान हो जाती है। जसलीन को अच्छे से पता है वह अंगद और साहिबा की जिंदगी में दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है। ऐसे में उसका इस घर से चले जाना ही अच्छा है।
गैरी को हुआ कीरत से प्यार
अंगद शराब पीने लगता है। साहिबा वकील की आधी-अधूरी बातें सुनकर वह मान बैठा है कि वह तलाक के लिए मिली है। उधर गैरी और कीरत साथ में पराठे की दुकान पर पराठा खाते हैं। कीरत पूछती है उसे उसकी इतनी परवाह क्यों है। गैरी उससे कह तो नहीं पाता है लेकिन मन में सोचता है शायद उसे प्यार हो गया है। वह बस कीरत से दोस्ती की बात कह देता है। दोनों बातें करते हैं उसी वक्त वीर की दोस्त सायशा वहां कार से गुजरती है। वह दोनों की फोटो लेकर वीर के पास भेज देती है। फोटो देखकर वीर गुस्से में आ जाता है।