बाल दिवस पर विशेष: ‘बच्चों के दूध के दांत भी हैं अनमोल’, दंत चिकित्सक ने तोड़े मिथक और बताई देखभाल की अहमियत

बलौदाबाजार। बाल दिवस के अवसर पर सिटी डेंटल केयर एंड डायग्नोस्टिक सेंटर के दंत चिकित्सक डॉ. नवाज शरीफ (बीडीएस) ने बच्चों के मौखिक स्वास्थ्य को लेकर एक महत्वपूर्ण वक्तव्य जारी किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए उनकी मुस्कुराहट को स्वस्थ रखना बेहद आवश्यक है, जिसकी शुरुआत बचपन से ही हो जानी चाहिए। डॉ. शरीफ ने बाल दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “14 नवंबर को मनाया जाने वाला यह दिन सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि दुनिया भर के बच्चों में जागरूकता बढ़ाने और उनके कल्याण में सुधार लाने का एक अवसर है। इसी कल्याण का एक अहम हिस्सा उनका मौखिक स्वास्थ्य है।”

दूध के दांतों को नजरअंदाज करने की भूल न करें

उन्होंने एक आम धारणा और मिथक पर चिंता जताते हुए कहा, “कई माता-पिता यह सोचते हैं कि दूध के दांत तो अंततः गिर ही जाएंगे, इसलिए उनकी खास देखभाल जरूरी नहीं है। यह एक बहुत बड़ी गलती है।” डॉ. शरीफ ने समझाया कि दूध के दांत न केवल भोजन चबाने और स्पष्ट बोलने में मदद करते हैं, बल्कि वे भविष्य में आने वाले स्थायी दांतों के लिए सही जगह भी बनाए रखते हैं। इनकी समय से पहले खराबी या सड़न स्थायी दांतों की संरचना और स्वास्थ्य को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।

रोकथाम ही है सबसे बेहतर इलाज

डॉ. शरीफ ने कहा कि बच्चों को मौखिक स्वास्थ्य की देखभाल बहुत छोटी उम्र से ही दी जानी चाहिए, यहां तक कि उन शिशुओं की भी जिनके दांत अभी नहीं निकले हैं। उन्होंने निवारक देखभाल पर जोर देते हुए कहा कि रोजाना सही तरीके से ब्रश करना, फ्लॉसिंग और संतुलित आहार बच्चों के दांतों को स्वस्थ रखने के लिए अनिवार्य है।

दंत चिकित्सक की भूमिका सिर्फ इलाज नहीं, शिक्षा भी है

अंत में उन्होंने निष्कर्ष देते हुए कहा, “एक दंत चिकित्सक की भूमिका सिर्फ दांतों का इलाज करना नहीं है, बल्कि बच्चों के मौखिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ-साथ माता-पिता के लिए एक शैक्षिक संसाधन के रूप में काम करना भी है।” उन्होंने सभी अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों के मौखिक स्वास्थ्य को गंभीरता से लें और नियमित जांच कराएं ताकि उनकी मुस्कान हमेशा आत्मविश्वास के साथ खिली रहे।

 

vicky Silas

विक्की साइलस – संपादक, छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम विक्की साइलस पिछले 12 वर्षों से मीडिया क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने करीब 10 साल तक छत्तीसगढ़ के एक प्रमुख सांध्य दैनिक अखबार में पत्रकार के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम के संपादक हैं। वे सरल, तथ्य आधारित और जिम्मेदार पत्रकारिता में विश्वास रखते हैं। उनकी नेतृत्व में “छत्तीसगढ़ प्राइम टाइम” आम लोगों की आवाज़ को प्राथमिकता देने वाला भरोसेमंद डिजिटल प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है।

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