ट्रेन कैंसिलेसन (Train cancellation) के दौर में जो ट्रोनें पटरी पर चल रही है. उसमें भी सफर करना मुसीबत से कम नहीं है. हालात ऐसे हो गए है कि आने जाने वाली ट्रेनें ठसाठस स्टेशनों पर पहुंच रही है. एक एक कन्फर्म टिकट के लिए मारामारी की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में कई यात्रियों को जरूरी यात्रा भी मजबूर होकर निरस्त करना पड़ रहा है. ट्रेन कैंसिल होने की वजह से मुख्य रिजर्वेशन काउंटरों पर टिकट कैंसल करारकर उसका रिफंट लेने के लिए ज्यादा भीड़ रही. इस वजह से यात्रियों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
एक तो ट्रेनों का कैंसल होना दूसरा ट्रेंनों के आने जाने का भी शेड्यूल पूरी तरह से ब्लाक के कारण बिगड़ा हुआ है. पिछले दो तीन दिनों से कुहासा छाने की वजह से हावड़ा, मुंबई, ओडिसा, की तरफ ट्रेनें 5 से 6 घंटा देरी से पहुंची. सबसे अधिक पेशेंजर और एक्सप्रेस नागपुर रेल मंडल ब्लाँक की वजह से कैंसल चल रही है.
लेकिन तीसरी रेल लाइन के इंटरकाँलिंग का काम जिस तेजी से चल रहा है. उससे माना जा रहा है कि 14 दिसम्बर के बाद अधिकांश ट्रेनें पटरी पर लौटेंगी