छत्तीसगढ़ | विवादों से कालीचरण महाराज का पुराना नाता है. राजधानी रायपुर में एक बार फिर महाराष्ट्र के संत कालीचरण ने विवादित बयान दिया है. इस बार उन्होंने राम मंदिर और अयोध्या पर अपनी राय रखने वाले शंकराचार्य पर आप मर्यादित टिप्पणी की है. जब उनसे पूछा गया कि शंकराचार्य ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का विरोध किया हैं. तब उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि सज्जनों के भेष में रक्षस भी होते हैं.
उन्होंने कहा साधु संत अपने अहंकार को चूल्हे में डालें और जो राजा हिंदुत्व का काम कर रहा है उसका साथ दें. उन्होंने कांग्रेस को रक्षा भी कहा है एक बार से कालीचरण महाराज ने नाथूराम गोडसे का समर्थन भी किया है.
कालीचरण के बयान पर विरोध करते हुए कांग्रेस ने तत्काल उनकी गिरफ्तारी की मांग की है राजधानी के विश्व हिंदू परिषद के कार्यालय मंगलवार को कालीचरण महाराज ने पत्रकारों से संवाद करते हुए कहा कि अहंकार के सामने भगवान भी दोयम हो जाते हैं.
उन्होंने कहा राम मंदिर के अधूरा होने को लेकर कहा प्रत्येक चरण एक पूर्णता ही है. हम किसी भी रास्ते पर बड़े रहे हैं हर एक गंतव्य की तरफ बढ़ता हुआ काम पूर्णता है. उन्होंने कहा राम मंदिर का निर्माण होना भी हमारे लिए एक सपना था हमें आशा ही नहीं थी कि कभी राम मंदिर बन सकता है लेकिन उत्तर प्रदेश और देश के राजा ने मंदिर बना दिया है. उन्होंने कहा अगर राम मंदिर में पहली मंजिल बन गई है तो इसका मतलब यह है कि राम मंदिर बन गया है.