ग्रामीणों से नौकरी लगाने के नाम पर पैसा लेने वाली आरोपी महिला गिरफ्तार, फर्जी नियुक्ति पत्र देकर करती थी ठगी

दुर्ग। पाटन पुलिस ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ग्रामीणों से लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाली एक महिला को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी महिला ने राजस्व विभाग में सहायक ग्रेड-3 और चपरासी जैसे पदों पर भर्ती का झांसा देकर न केवल पैसे ऐंठे, बल्कि पीड़ितों को फर्जी नियुक्ति पत्र और चरित्र सत्यापन प्रमाण पत्र भी थमा दिए थे।

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मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला तब प्रकाश में आया जब ग्राम सिपकोना निवासी एमन बंजारे ने 14 जुलाई 2025 को पाटन थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि धमना निवासी गीतांजली टंडन ने 16 जनवरी 2024 को उनसे और गाँव के अन्य लोगों से सरकारी नौकरी लगवाने का वादा किया था। इस एवज में उसने अकेले एमन बंजारे से 2 लाख रुपये और अन्य ग्रामीणों से भी बड़ी रकम ली थी। विश्वास जमाने के लिए आरोपी ने उन्हें राजस्व विभाग के पद के लिए बाकायदा नियुक्ति पत्र भी जारी किए, जो बाद में पूरी तरह फर्जी निकले।

शिकायत मिलते ही पाटन पुलिस ने अपराध क्रमांक 134/25 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। विवेचना के दौरान जब पीड़ित द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों की जांच की गई, तो नियुक्ति पत्र और चरित्र सत्यापन प्रमाण पत्र जाली पाए गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने प्रकरण में धारा 467 (मूल्यवान प्रतिभूति की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और 471 (जाली दस्तावेज को असली के रूप में उपयोग करना) भी जोड़ दीं।

बताया जा रहा है कि अपराध को अंजाम देने के बाद से ही आरोपी महिला गीतांजली टंडन फरार चल रही थी। पाटन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जाल बिछाया और 17 जुलाई 2025 को आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान गीतांजली टंडन, पिता लक्ष्मण, निवासी धमना, थाना जामगांव आर, जिला दुर्ग के रूप में हुई है।

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