पैसों की तंगी होगी दूर, नौकरी में होगा प्रमोशन, बस पितृ पक्ष में करना होगा ये काम

1265
30 9 17
30 9 17
kabaadi chacha

इस साल लगभग 16 दिनों तक पितृ पक्ष मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं में पितृपक्ष का काफी महत्व माना जाता है। पितृपक्ष का दिन पितरों को समर्पित है। इन दिनों विशेष तौर पर पितरों को तर्पण दिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि अगर आपके पितृ खुश रहते हैं तो वे परिवार को अपना आशीर्वाद देकर जाते हैं। वहीं, ज्योतिष विद्या में पितरों को खुश करने के कई उपाय बताए गए हैं। इसलिए पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए पितृपक्ष के दौरान इन पेड़ों की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

पीपल का पेड़- ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है। इसलिए पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक प्रज्वलित करें। अपने वंश को आगे बढ़ाने के लिए पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं।

बेल पत्र- अपने पूर्वजों या पितरों की आत्मा की शांति के लिए पितृपक्ष के दौरान बेलपत्र में जल चढ़ाएं और इस पेड़ की पूजा करें। पितृपक्ष में बेलपत्र का पौधा लगाना भी बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए पितृपक्ष के दौरान पानी में गंगाजल मिलाकर बेलपत्र के पेड़ में जल चढ़ाएं।

बरगद का पेड़- पितृपक्ष के दौरान बरगद के पेड़ में जल चढ़ाना भी बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए अपने परिवार में आ रही आर्थिक दिक्कतों को दूर करने और अपने पूर्वजों का आशीर्वाद पाने के लिए बरगद के पेड़ में जल में काला तिल मिलाकर चढ़ाएं।

इन पेड़ों की पूजा के साथ ही पितृपक्ष के दौरान आपको अपने पितरों का तर्पण करना चाहिए। पितृ पक्ष में ब्राह्मणों को भोजन कराने का भी विशेष महत्व माना जाता है।

IMG 20240420 WA0009
छत्तीसगढ़ में कोरोना के फैलाव के लिए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का भ्रमपूर्ण बयान जिम्मेदार:-विष्णुदेव साय