वाह! ये कैब है या चलता-फिरता 1BHK? नोएडा के उबर ड्राइवर अब्दुल की अनोखी पहल, तारीफों के साथ उठे सुरक्षा के सवाल भी!


नोएडा की सड़कों पर इन दिनों एक उबर कैब खूब सुर्खियां बटोर रही है, और इसकी वजह हैं ड्राइवर अब्दुल क़दीर और उनकी ‘चलता-फिरता 1BHK फ्लैट’ जैसी अनोखी कार! जी हां, अब्दुल की कैब किसी साधारण टैक्सी से कहीं ज़्यादा है। इसमें यात्रियों के आराम और ज़रूरत का हर छोटा-बड़ा सामान मौजूद है – स्नैक्स से लेकर दवाइयां, बच्चों के लिए खिलौने, मुफ्त वाई-फाई और यहां तक कि शू पॉलिश भी! उनकी इस अनूठी पहल ने इंटरनेट पर लोगों का दिल जीत लिया है और तारीफों की झड़ी लग गई है।

अंदर क्या-क्या है खास? (सवारी बनी यादगार)

अब्दुल की कैब में कदम रखते ही आपको लगेगा जैसे आप किसी छोटे और सुसज्जित घर में आ गए हों। सीटों के पीछे और दरवाजों के पास करीने से सजी छोटी-छोटी ट्रे में चॉकलेट, बिस्किट, एनर्जी ड्रिंक, पानी की बोतलें और ज़रूरी दवाइयां उपलब्ध हैं। सफर के दौरान बच्चों का मन लगा रहे, इसके लिए खिलौने भी हैं। इतना ही नहीं, यात्रियों की सुविधा के लिए टिश्यू पेपर से लेकर टूथब्रश तक हर चीज़ का ख्याल रखा गया है।
सिर्फ सुविधा ही नहीं, सोच भी बड़ी
यात्रियों को सफर के दौरान कनेक्टिविटी की दिक्कत न हो, इसके लिए कैब में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा भी है। आपात स्थिति या छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्या के लिए प्राथमिक उपचार की दवाइयां भी मौजूद हैं। यात्री अपने अनुभव और सुझाव एक फीडबैक डायरी में भी लिख सकते हैं, जो अगली सीट के पीछे लगी है।
अब्दुल की सोच यहीं तक सीमित नहीं है; उन्होंने अपनी कैब में एक छोटा सा डोनेशन बॉक्स भी रखा है, जिससे इकट्ठा हुई राशि गरीब बच्चों की शिक्षा में मदद करती है। साथ ही, उनकी गाड़ी में एक अखबार की कटिंग भी गर्व से लगी है, जिसमें उन्हें उबर के एक बेहतरीन ड्राइवर के रूप में सम्मानित किया गया था।
सोशल मीडिया पर छाया ‘अब्दुल का 1BHK’
यह अनोखी कैब तब और चर्चा में आई जब ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर @sheannoying नामक यूजर ने अब्दुल की कैब की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “आज तो 1BHK में ट्रैवल कर रही हूं। अब तक की सबसे कूल Uber राइड!” देखते ही देखते यह पोस्ट वायरल हो गई, और लोगों ने अब्दुल क़दीर को “जीनियस”, “5 स्टार ड्राइवर” और “सपनों का उबर ड्राइवर” जैसी उपाधियों से नवाजना शुरू कर दिया।
तारीफों के बीच कुछ चिंताएं भी
जहां एक ओर अब्दुल क़दीर की इस पहल की जमकर सराहना हो रही है, वहीं कुछ लोगों ने सुरक्षा को लेकर अपनी चिंताएं भी व्यक्त की हैं। कुछ यूजर्स का मानना है कि कैब में पीछे की ओर इतनी सारी वस्तुएं रखने से, अचानक ब्रेक लगाने पर ये यात्रियों को चोट पहुंचा सकती हैं। इसके अलावा, कुछ ने मुफ्त वाई-फाई की डेटा सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए हैं।
बहरहाल, अब्दुल क़दीर ने अपनी कैब को एक असाधारण अनुभव में बदलकर यह तो साबित कर दिया है कि छोटी-छोटी कोशिशें भी बड़ा बदलाव ला सकती हैं और लोगों के दिलों में खास जगह बना सकती हैं।