रायपुर | छत्तीसगढ में बहुप्रतिक्षीत चुनावी रिजल्ट में कांग्रेस को करारा झटका दिया है.अप्रत्याशित नतीजों ने कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया है. भाजपा ने 54 सीटों के साथ छत्तीसगढ में वापसी की है. तो कांग्रेस महज 35 सीटों में ही सिमट कर रह गई. अब नई सरकार पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की बनेगी. पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह , बृजमोहन अग्रवाल , अरूण साव, अमर अग्रवाल, समेत भाजपा के करीब सभी दिग्गजों ने बड़े अंतर से चुनाव जीत लिया है. इसके विपरित कांग्रेस के डिप्टी सीएम टी.एस.सिहदेव, रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, शिव डहरिया, मोहन मरकाम समेत ज्यादातर दिग्गजों को करारी शिकस्त मिली है..
भाजपा के तीनों महामंत्री जीते
भाजपा ने इस बार प्रदेश संगठन के कई पदाधिकारियों को मैदान पर उतारा था. जहां एक तरफ प्रदेशाध्यक्ष अरूण साव जीते, वहीं तीनों महामंत्री ओपी चौधरी, विजय शर्मा, केदार कश्यप जीते है. इसी के साथ कोरबा से उपाध्यक्ष रहे लखन देवांगन को भी जीत मिली है. भाजपा की एक उपाध्यक्ष सरला कोसरिया को सरायपाली से हार का सामना करना पड़ा
टी.एस. सिंह देव हारे
सरगुजा सीट को टीएसएस सिंह देव की सुरक्षित सीट माना जाता था. भाजपा भी जब अपने प्रत्याशी घोषित की तब इस सीट पर प्रत्याशी को लेकर बड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी. भाजपा ने इस सीट के लिए अपना प्रत्याशी रोककर रखा था.और बाद में नाम घोषित किया था. भाजपा की लहर से टीएस सिंह देव का किला ढह गया. वे लगातार पीछे रहे और भाजपा के किसी दिग्गज से नहीं बल्कि एक आम प्रत्याशी राजेश अग्रवाल से मात खा गए..
जोगी कांग्रेस का सूपड़ हुआ साफ
प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जोगी कांग्रेस ने पिछले चुनाव में अपनी अलग से पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा था. और पांच सीटें जीती थी. लेकिन इस बार चुनाव में अजीत जोगी के निधन के बाद पार्टी की कमान उनके पुत्र ने अपने हाथों में लिया था. स्थिति ये हो गई कि जोगी कांग्रेस पूरी तरह साफ हो गई.