देश में आक्रोश की लहर : कश्मीर की वादियों में मातम, आतंकियों ने बरसाईं गोलियां, 26 की मौत, पीएम मोदी ने की कड़ी निंदा, गृहमंत्री पहुंचे पहलगाम

देश में आक्रोश की लहर : नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम की शांत वादियाँ मंगलवार दोपहर खून से लाल हो गईं, जब आतंकियों ने बैसरन घाटी में पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस भयावह हमले में अब तक 26 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय निवासी भी शामिल हैं।
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मिली जानकारी के मुताबिक, आतंकी अचानक जंगल की झाड़ियों से निकलकर सामने आए। उन्होंने पहले कुछ पर्यटकों से नाम पूछा, और जैसे ही हिंदू नामों की पुष्टि हुई, आतंकियों ने गोलियों की बौछार शुरू कर दी। हमले का मुख्य केंद्र बैसरन घास का मैदान था, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक घुड़सवारी और ट्रैकिंग का लुत्फ उठा रहे थे।
वादियाँ गूंजी चीख-पुकार से
सुंदर वादियों में अचानक गोलियों की गूंज और लोगों की चीख-पुकार से अफरा-तफरी मच गई। कई लोग मौके पर ही गिर पड़े, खून से लथपथ। कुछ पर्यटक किसी तरह जान बचाकर झाड़ियों और चट्टानों के पीछे छिप गए। इस हमले में कई घोड़े भी घायल हुए हैं।
गृहमंत्री अमित शाह पहुँचे पहलगाम
घटना की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तत्काल पहलगाम पहुंचे और स्थानीय प्रशासन व सेना के अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक शुरू की। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और दोषियों को जल्द पकड़ने का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा, “इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा! उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है तथा यह और भी मजबूत होगा।”
प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा:
“मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा…उन्हें बख्शा नहीं जाएगा! उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है तथा यह और भी मजबूत होगा।”
CRPF की QAT टीम तैनात, हाई अलर्ट घोषित
हमले के बाद पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया है। CRPF की क्विक रिएक्शन टीम (QAT) और सेना के जवानों ने इलाके को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन तेज़ी से चल रहा है। जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
राज्य और देश में आक्रोश की लहर
हमले के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया है। सोशल मीडिया पर लोग घटना की निंदा कर रहे हैं और आतंकियों को कड़ी सज़ा देने की मांग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय से भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की गई है और जांच एजेंसियों को हर संभव सहयोग का आदेश दिया गया है।