*रायपुर।* भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने 12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर प्रदेश सरकार के हठधर्मी रवैए की आलोचना करते हुए कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ढाई साल के शासनकाल में अब निरंकुश शासक की तरह बर्ताव करने लगे हैं। श्री साहू ने कहा कि परीक्षा किसी भी विद्यार्थी के मूल्यांकन का एक बड़ा माध्यम होता है, परंतु जब सारे उत्तर सोशल मीडिया में उपलब्ध हैं तो मूल्यांकन का तो सवाल ही खत्म हो जाता है। अब सिर्फ संक्रमण का विषय बचता है, ऐसी स्थिति में जब यह छात्र आगामी11 तारीख तक परीक्षा केंद्र में अपनी उत्तर पुस्तिका जमा करने जाएंगे, तो व्यवस्थाएं नियंत्रण से परे होंगीं।
भाजयुमों प्रदेश अध्यक्ष श्री साहू ने मुख्यमंत्री बघेल से 12वीं की परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बघेल इस मामले में अपने केंद्रीय नेतृत्व की बात भी नहीं मान रहे हैं, जबकि कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने सभी राज्यों से छात्र हित में परीक्षा रद्द करने की मांग की है। उत्तरप्रदेश के साथ ही कांग्रेस शासित राजस्थान में भी परीक्षाएँ रद्द कर दी गई हैं परंतु छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार परीक्षा लेने अपनी ज़िद्द पर अड़ी है; जबकि सारे उत्तर प्रश्नपत्र वितरण के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने डाल दिया है। श्री साहू ने कहा कि इससे पहले भी राहुल गांधी ने कोविड-19 में मौतों का सही आँकड़ा पेश करने को कहा था, परंतु छत्तीसगढ़ में सरकार आज भी मौतों के सही आँकड़े उपलब्ध नहीं करा रही है। अपने केंद्रीय नेतृत्व की नाफ़रमानी से ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री बघेल अपने आप को अपने ही केंद्रीय नेतृत्व से ऊपर समझने लगे हैं।
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