नई दिल्ली|देशभर में पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस (Covid-19 Cases) के 47,262 नए मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं 275 और लोगों की मौत के बाद कोरोना संक्रमण से देश में मरने वालों की संख्या 1,60,441 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नए आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,17,34,058 हो चुकी है. एक्टिव केस की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. नए मामले आने के बाद देश में एक्टिव केस की संख्या 3,68,457 हो चुकी है.
वहीं पिछले 24 घंटों में 23,907 लोग संक्रमण से ठीक हुए. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस से मृत्यु दर 1.37 फीसदी है. एक्टिव केस अब कुल मामलों का 2.96 फीसदी हो चुका है. महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात, छत्तीसगढ़, और तमिलनाडु में सबसे ज्यादा नए मामले आ रहे हैं. मंगलवार को आए नए मामलों में सिर्फ इन्हीं राज्यों का योगदान करीब 81 फीसदी था.
देश में जारी वैक्सीनेशन अभियान के तहत अब तक वैक्सीन की 5,08,41,286 डोज लगाई जा चुकी है. देश भर में मंगलवार को 23,46,692 डोज लगाई गई. केंद्र सरकार ने मंगलवार को घोषणा की है कि देश में 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोग वैक्सीन लगवा सकेंगे. इससे पहले पहले 45 साल से ऊपर गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति ही टीका लगवाने के योग्य थे.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद लोगों से वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने और टीका लगवाने की अपील की. उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल ने यह भी फैसला लिया है कि टीके की दूसरी डोज डॉक्टरों की सलाह पर चार से आठ सप्ताह के बीच ली जा सकती है. पहले वैक्सीन की दूसरी डोज चार से छह सप्ताह के बीच लेने की अनुमति दी गई थी, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने कहा है कि चार से आठ सप्ताह के बीच दूसरी डोज लेने के बेहतर नतीजे मिल सकते हैं.
नए वेरिएंट से संक्रमितों की संख्या बढ़ी
देश में कोरोनावायरस के नए वेरिएंट से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है. कोरोना के ब्रिटेन, साउथ अफ्रीका और ब्राजील वेरिएंट से देश में संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 795 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 18 मार्च को कोविड-19 के नए वेरिएंट से संक्रमण के 400 मामले दर्ज किए गए और देश में इस प्रकार के संक्रमण के कुल 795 मामले सामने आ चुके हैं. ब्रिटेन में पाए गए वायरस के नए वेरिएंट का भारत में पहला मामला 29 दिसंबर को सामने आया था.