सोशल मीडिया में डीपफेक का बहुत इस्तेमाल हो रहा है सोशल मीडिया में लोग आजकल वीडियो कंटेंट देखना ज्यादा पसंद करते हैं कई क्रिएटर वीडियो के माध्यम से जरूरी जानकारी, ब्लॉगिंग वीडियो, तकनीकी से संबंधित वीडियो बनाते है। लेकिन कुछ ऐसे लोग भी है जो डीपफेक का इस्तेमाल कर के अश्लीलता फैलाने का काम कर रहे हैं।
आपको बता दें कि कुछ अभिनेत्रियों के चेहरे का इस्तेमाल कर डीपफेक वीडियोस बनाये गये है। आगे जानिए क्या होता है डीपफेक –
डीपफेक (Deepfake) एक तकनीकी प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्ति का चेहरा या अन्य चरित्रित डेटा ऐसे तकनीकी सामग्रियों का उपयोग कर बनाया जाता है। यह मौजूदा वीडियो या छवि में से बिल्कुल अलग लगता है। यह गहरे लर्निंग और न्यूरल नेटवर्क्स का उपयोग करके किया जाता है और इसका उपयोग अक्सर अवैध या गुमराह करने के उद्देश्यों के लिए होता है, जैसे कि फेक वीडियो बनाना या व्यक्तिगतता को छिपाना। यह तकनीकी प्रक्रिया सामाजिक, नैतिक और सुरक्षा समस्याओं को उत्पन्न कर सकती है।
डीपफेक Deepfake कई प्रकार के हो सकते हैं, जो विभिन्न तकनीकी और उद्देश्यों के आधार पर अलग होते हैं।
( Video Deepfake ) वीडियो डीपफेक्स: इसमें वीडियो में चेहरा या चरित्रित डेटा को बदलने का प्रयास किया जाता है। यह अक्सर अवैध उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि किसी को अनजाने में अश्लील या अनैतिक संदर्भों में शामिल करने के लिए।
( Audio Deepfake ) ऑडियो डीपफेक्स: यह आवाज को मॉडिफ़ाई करके अन्य व्यक्ति की आवाज को नकल करने का प्रयास कर सकता है, जिससे लगता है कि वह व्यक्ति कह रहा है जो उसने वास्तविक में नहीं कहा है।
( Image Deepfake ) छवि डीपफेक्स: इसमें छवियों में चेहरा बदलने का प्रयास किया जाता है, जिससे लगता है कि व्यक्ति वास्तविक चित्र में है, जब वह वास्तविकता में नहीं है।
ये सभी प्रकार के डीपफेक्स Deepfake तकनीकी उद्देश्यों और असूरक्षा की समस्याओं को उत्पन्न कर सकते हैं, और इसलिए इसका जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है।
कैसे बचा जा सकता है?
डीपफेक वीडियो Deepfake Video को फेशियल एक्सप्रेशन से पहचाना जा सकता है। फोटो और वीडियो के आईब्रो, लिप्स को देखकर और उसके मूवमेंट से भी पहचान की जा सकती है।
कृपया ध्यान दें कि नैतिक और कानूनी दृष्टिकोण से, किसी की तस्वीर का अवैध उपयोग करना गलत है और यह कई देशों में गैरकानूनी है। इसका उपयोग गलत उद्देश्यों के लिए किया जाता है, तो यह नैतिकता और कानूनी मामला बन सकता है।