EPFO का बड़ा एक्शन: छत्तीसगढ़ के 9 बड़े डिफॉल्टर संस्थानों की लिस्ट जारी, 11 करोड़ से ज्यादा का बकाया

रायपुर। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के क्षेत्रीय कार्यालय, रायपुर ने कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा जमा न करने वाले छत्तीसगढ़ के बड़े चूककर्ता संस्थानों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। EPFO ने एक सूची जारी की जिसमें 9 ऐसे संस्थानों के नाम हैं, जिन पर कर्मचारियों के पीएफ का कुल 11.24 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। विभाग ने इन संस्थानों को तत्काल भुगतान करने की चेतावनी दी है, अन्यथा उनकी संपत्ति कुर्क करने से लेकर नियोक्ता की गिरफ्तारी तक की कठोर कार्रवाई की जाएगी।

 

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EPFO द्वारा जारी की गई सूची में रायपुर, दुर्ग और रायगढ़ जिले के बड़े संस्थान शामिल हैं। इनमें दुर्ग का बीएसआर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल्स लिमिटेड है, जिस पर अकेले 6.01 करोड़ रुपये बकाया हैं। इसके अलावा सूची में रायपुर का आइडियाक इंक मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (1.34 करोड़ रुपये) और रायगढ़ का किरोड़ीमल प्रौद्योगिकी संस्थान (1.01 करोड़ रुपये) भी शामिल हैं।

ये हैं सूची में शामिल

  • प्रतिभा फ्लोकॉन इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड, दुर्ग – ₹38.18 लाख
  • नवभारत फ्यूजन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, रायपुर – ₹34.85 लाख
  • डीवी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, रायपुर – ₹33.92 लाख
  • भिलाई बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड, रायपुर – ₹29.25 लाख
  • आसिया फैब्रिकेटर्स, दुर्ग – ₹25.71 लाख
  • कैनेलाइट फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज (प्रा.) लिमिटेड, रायगढ़ – ₹17.38 लाख
  • अब तक 49 करोड़ की वसूली, आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी

क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त, श्री जयवदन इंगले ने बताया कि यह कार्रवाई एक बड़े अभियान का हिस्सा है। इस वित्तीय वर्ष में अब तक 65 चूककर्ता संस्थानों से 49 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है, जिसके लिए उनके बैंक खाते भी अटैच किए गए थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य निधि अधिनियम, 1952 के प्रावधानों के तहत विभाग को चूककर्ताओं के बैंक खाते अटैच करने, संपत्ति कुर्क करने और यहां तक कि नियोक्ता को गिरफ्तार करने का भी अधिकार है।

श्री इंगले ने चेतावनी देते हुए कहा कि इन बड़े डिफॉल्टरों से गहन जांच और वसूली के लिए प्रवर्तन अधिकारियों की एक विशेष टीम का गठन किया गया है। उन्होंने सभी चूककर्ता संस्थानों से अपील की है कि वे किसी भी कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए तुरंत अपनी लंबित देनदारियों का भुगतान करें।

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