रायपुर। शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, सेजबहार, रायपुर, जो कि अंचल के अतिमहत्वपूर्ण शैक्षणिक संस्थानों में अग्रणी है, जहाँ नवप्रवेशित छात्रों के सर्वांगीण विकास को संज्ञान में लेते हुए आज दिनाँक 21/09/2023 से 05/10/2023 तक 15 दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम का उद्घाटन किया गया। उक्त कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती को पुष्पांजलि एवं गीतांजलि अर्पित कर की गई । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. डॉ. एम. आर. ख़ान, प्राचार्य, जी ई सी रायपुर ने की, तथा उनके साथ ही संस्था के उच्च-पदाधिकारीगण, कर्मचारी आदि भी उपस्थित रहे । कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत सभी अतिथियों को स्मृतिचिन्ह के रूप में पौधे प्रदान कर किया गया। कार्यक्रम को गति देने हेतु प्रो. डॉ. श्वेता चौबे, विभागाध्यक्ष, समन्वयक, इंडक्शन प्रोग्राम ने आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा से सभी को अवगत कराते हुए कहा कि, जिसमें सर्वप्रथम आपको ख़ुद को तराशना है, और अपने बेस्ट वर्शन को खोजकर समाज के कल्याण हेतु यांत्रिकी और नवसृजन हेतु प्रेरित होते रहना है।।
इसके बाद कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. डॉ. एम. आर. ख़ान, प्राचार्य, जी ई सी रायपुर ने छात्रों को इंजीनियर शब्द का सही और मानक अर्थ बताते हुए अपने आशीर्वचन में छात्रों को एक सफ़ल इंजीनियर बनने हेतु 12 सूत्र दिए जो उनके जीवन को लोकहित के लिए तैयार करेंगे। तत्पश्चात, सभी विभागों के विभागाध्यक्षों के द्वारा विभागीय जानकारी और उपलब्धियों को साझा किया गया। सिविल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. अजय कुमार गर्ग ने अपने विभाग की प्रस्तुति में जानकारी देते हुए कहा कि, हम विकासशील देश के लोग हैं, इसका सीधा ये अर्थ है कि, विकास और निर्माण दोनों के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं, और उपलब्ध होते होंगे, छात्रों को केवल अपने कौशल के माध्यम से अवसर को सुअवसर में बदलने हेतु ख़ुद को तैयार करना है। जिसके लिए आप सभी राज्य के एक बेहतरीन संस्था में प्रवेश लिए है । इस हेतु, आप सभी को बधाई देना चाहूंगा। प्रो. डॉ. आर. एच. ताल्वेकर, विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर साइंस, एवं इलेक्ट्रॉनिक एवं टेलिकम्युनिकेशन ने अपने उद्बोधन में बताया कि, कंप्यूटर ही भविष्य है, जैसा आप सभी जानते हैं, AI नाम के नए क्रान्ति के साथ नए अवसर और नई चुनौतियों के लिए आपको कुशलता अर्जित करने को प्रयत्नशील रहना होगा। तदुपरांत, श्रीमती पूर्वा शर्मा, सहा. प्राध्यापक, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के प्रतिनिधि के रूप में अपने वक्तव्य में विभागीय जानकारी देते हुए कहा कि, आपके मन- मस्तिष्क में ज्ञानार्जन की बिजली सतत रूप से बहनी चाहिए, जिसके सदुपयोग से आप सामाजिक परिदृश्य बदल पाने में सक्षम होंगे। इसके पश्चात प्रो. डॉ. अजय कुमार त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग ने अपने उद्बोधन में कहा कि, आपको केवल पढ़ना नहीं है, बल्कि कुछ गढ़ना है, सतत बढ़ते रहना है और अभियांत्रिकी में अपना इनपुट देते रहना है। इसके बाद प्रो. डॉ. श्वेता चौबे, विभागाध्यक्ष, बेसिक साइंसेस एवं मानविकी विभाग तथा समन्यवक, इंडक्शन प्रोग्राम 2023-24 ने अपने विभाग की जानकारी देते हुए छात्रों को कार्यक्रम की महत्ता बताते हुए कहा कि, यह कार्यक्रम छात्रों के मानसिक, शारिरिक, बौद्धिक एवं मानविक आदि सहित बहुमुखी प्रतिभा को निखारने एवं छात्रों को ऊर्जा एवं प्रेरणा देकर राष्ट्र हित हेतु अलख जगाने हेतु आयोजित किया जाता है।
उन्होंने निदा फ़ाज़ली की इन पंक्तियों के माध्यम से छात्रों का उत्साहवर्धन किया,
“सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो”
उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि, धातुओं का क्षरण होता है और वे अपने मौलिक गुण खो देते हैं, पर कुछ धातुएँ जैसे सोना, चाँदी आदि जो अपने मौलिक गुण किसी भी परिस्थिति में नहीं खोते, इसीलिए ये इतने मूल्यवान धातुओं में आते हैं, अतः आप ऐसे धातुओं का अनुकरण करें और अपनी योग्यता को क्षरण होने से बचाएँ ।
उन्होंने छात्रों को प्रयासरत एवं संघर्षरत रहने को कहा, तथा अपने आपको जिज्ञासु बनाए रखने पर बल दिया। उद्घाटन दिवस का धन्यवाद ज्ञापन सुश्री शशिबाला किंडो ने उपस्थित सभी अतिथियों, पालकों, शिक्षकों, छात्रों, स्टाफ़ आदि को आभार व्यक्त कर किया। कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी डॉ. अनिल माँझी एवं श्री आशीष ठाकुर ने मीडिया को जानकारी साझा करते हुए सूचना दी कि, उक्त कार्यक्रम प्रो. जी. आर. साहू, प्रो. डॉ. एस. के. दबड़गाँव, प्रो. डॉ. एस. डी. दीवान, डॉ. रचना रस्तोगी, श्री अनिल खत्री, डॉ. विनीत शुक्ला, डॉ. जी. आर. बंजारे, श्री प्रशांत साहू, श्री टी. के. देवांगन, डॉ. आरती श्रीवास्तव आदि की गरिमामयी उपस्थिति में सहर्ष संपन्न हुआ ।