दांतों में सेंसेटिविटी की समस्या है तो इन तरीकों से पाएं राहत

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दांतों में एक समस्या जो ज्यादातर लोगों में देखने को मिलती है। वो है सेंसिटिवटी। जिसकी वजह से दांतों में ठंडा या गर्म बहुत तेजी से महसूस होता है और झनझनाहट होती है। अगर दांतों की इस समस्या को लंबे समय तक नजरअंदाज किया जाए तो इससे चेहरे में और सिर में दर्द की समस्या पैदा होने लगती है। इसलिए कुछ उपायों की मदद से दांतों की सेंसिटिविटी को कम किया जा सकता है।

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क्यों होने लगती है दांतों में सेंसिटिविटी
-दांतों में झनझनाहट महसूस होने का कारण कई बार दांतों की सफाई के लिए की गई डेली एक्टीविटी होती है।
-गलत तरीके से दांतों में ब्रश करना
-फ्लॉस करने का गलत तरीका
-कुछ लोग दांत सफेद करने के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल दांतों पर करते हैं। जिससे दांतों में सेंसिटिविटी पैदा हो जाती है। दांतों की झनझनाहट दूर करने के लिए इन उपायों को अपनाया जा सकता है।

सही टूथपेस्ट करें
दांतों में अगर सेंसिटिविटी रहती है तो ऐसे टूथपेस्ट को करें जिसमे पोटैशियम नाइट्रेट मिक्स हो। ये दांतों के बीच में गैप को ब्लॉक करता है। साथ ही नसों को खुलने और ज्यादा एक्टिव होने से रोकता है। पोटैशियम नाइट्रेट मिले टूथपेस्ट को करने से कुछ महीनों में लक्षण खत्म होने लगते हैं।

हमेशा सॉफ्ट ब्रिसल्स वाले टूथपेस्ट इस्तेमाल करें
ऐसे टूथब्रश जिनके ब्रिसल्स काफी ज्याद हार्ट होते हैं। इससे दांतों के खराब होने के चांस बढ़ जाते हैं। हार्ड टूथब्रश को गलत तरीके से करने से मसूड़े खराब हो जाते हैं। इसलिए ब्रश को सही तरीके से करने का तरीका पता होना चाहिए।

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कड़ी चीजों को ना चबाएं
खाने की ऐसी चीजें जो ज्यादा कड़ी हो उन्हें कई पीस में करके खाना चाहिए। सीधे दांतों से चबाने से दांत कमजोर होने का डर रहता है। कुछ फल काफी ज्यादा हार्ड होते हैं।

सॉफ्ट ड्रिंक ना पिएं
सॉफ्ट ड्रिंक, विनेगर, खट्टे जूस जिसमे एसिडिक फ्लेवर होता है। उन्हें ज्यादा पीने से बचना चाहिए। अगर लंबे समय तक इस तरह के जूस को पीते हैं तो कुछ ही दिनों में दांतों में सेंसेटिविटी की समस्या होने लगती है। इसलिए खट्टे और सॉफ्ट ड्रिंक से दूर ही रहें।

डेंटल फ्लॉस जरूरी है
दांतों की सफाई के लिए रात को सोने से पहले फ्लॉसिंग करना जरूरी है। इससे मसूड़ों के आसपास और दांतों में फंसा बैक्टीरिया निकल जाता है। अगर दांतों में ये बैक्टीरिया रह जाते हैं तो कुछ समय के बाद गिंगिवाइटिस की समस्या पैदा होने लगती है। जिसकी वजह से मसूड़ों के साथ ही दांतों का झड़ना भी शुरू हो जाता है।

ऑयल पुलिंग
नारियल या तिल के तेल से सुबह शाम कुल्ला करने से दांतों में हो रही सेंसेटिविटी से आराम मिलता है। ऑयल पुलिंग ट्रेडिशनल प्रैक्टिस है। जिसे करने से मुंह के बैक्टीरिया निकलने के साथ दांतों की ये समस्या भी खत्म होती है।

लौंग के गुण
लौंग के तेल को रूई में लगाकर सेंसिटिव दांतों पर रखने से दर्द और झनझनाहट कम होती है।