रायपुर | दिल्ली में आज दोपहर 1 बजे स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होनी वाली है. इस बैठक में शामिल होने के लिए पीसीसी चीफ दीपक बैज दिल्ली के लिए रवाना हो गए है. इससे पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने बताया कि दिल्ली में 1 बजे स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक है. प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के तमाम नेता इसमें शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि आचार संहिता से पहले प्रत्याशियों के नाम तय हो जाएं इसकी हम कोशिश कर रहे हैं. क्योंकि लोकसभा क्षेत्र बहुत बड़ा होता है. ऐसे में उन्हें प्रचार प्रसार के लिए समय मिल जाय.
महतारी वंदन योजना को लेकर पीसीसी चीफ ने कहा
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने महतारी वंदन योजना को लेकर कहा कि लाखों महिलाओं को लाभ नहीं मिलेगा. भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ की महिलाओं को केवल लालच देने का काम कर रही है. इस योजना में संविदा कर्मचारियों के परिवार तक को लाभ नहीं मिल रहा है. वह संविदा कर्मचारी जो अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं उन्हें भी इसका लाभ नहीं मिल रहा है. जितना लाभ मिलना चाहिए इस प्रदेश की माता बहनों को वह लाभ नहीं मिलेगा. महतारी वंदन योजना के नाम से भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ की माता को बहनों को छलने और ठगने का काम किया है. सत्ता में आने के बाद पिछले 15 सालों में जिस तरह से छत्तीसगढ़ की जनता को ठगने का काम किया गया है, ठीक उसी तरह एक बार फिर छत्तीसगढ़ की जनता को ठगने का काम होगा.
सेंट्रल एजेंसियां डराने का काम कर रही- बैज
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के घर आईटी रेड का पांचवा दिन है इसे लेकर बैज ने कहा कि बीजेपी बदले की भावना से काम कर रही है. ईडी सीबीआई आईटी के माध्यम से सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया विधानसभा चुनाव में. लोकसभा नजदीक है तो ऐसे में सेंट्रल की एजेंसी और राज्य की सरकार डराने का काम कर रही है. इससे समझ लीजिए भारतीय जनता पार्टी किस तरह से डरी हुई है.
क्राइटेरिया सेट करके महिलाओं को लाभ से वंचित कर दिया- बैज
बैज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जिस प्रकार से कहा था कि हम सभी महिलाओं को ₹12,000 देंगे तो उन्हें इसके लिए पूरा पैसा देना चाहिए. ना कि किसी प्रकार से क्राइटेरिया इसके लिए निर्धारित किया जाना चाहिए. सीमाएं तय करके छत्तीसगढ़ की आधी आबादी की महिलाओं को उन्होंने लाभ से वंचित कर दिया. महिलाओं के हक की लड़ाई के लिए कांग्रेस विचार कर रही है. कांग्रेस छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों के साथ खड़ी है. इसके लिए आने वाले समय में आवाज उठाई जाएगी.