दोंदे कला में आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण में सम्मिलित हुए राजेश्री महन्त जी महाराज

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दोंदे कला में आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण में सम्मिलित हुए राजेश्री महन्त जी महाराज
दोंदे कला में आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण में सम्मिलित हुए राजेश्री महन्त जी महाराज

महामंडलेश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज रायपुर के समीप स्थित दोंदे कला में साहू परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण में सम्मिलित हुए। व्यास पीठ पर विराजित आचार्य कृष्ण चंद्र दुबे वृंदावन वासी का शाल श्रीफल से उन्होंने स्वागत किया,आचार्य जी ने व्यास पीठ की आसंदी से महाराज जी से आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर श्रोताओं को अपना आशीर्वचन प्रदान करते हुए

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राजेश्री महन्त जी महाराज ने कहा कि- भगवान परम ब्रह्म परमात्मा ने संसार में धर्म की स्थापना एवं अधर्म का नाश करने हेतु मनुष्य का शरीर धारण किया। श्री रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने लिखा है कि- विप्र धेनु सुर संत हित, लिन्ह मनुज अवतार। निज इच्छा निर्मित तनु, श्री माया गुण गोपार।। व्यास पीठ पर विराजित आचार्य जी ने कहा कि किसी भी यज्ञ की पूर्णता का द्योतक उस यज्ञ में संत महात्माओं का उपस्थित होना है,

महात्मा भगवान के बहुत करीब होते हैं, इसलिए उनके दर्शन मात्र से पुण्य की प्राप्ति होती है। आज बड़े सौभाग्य की बात है कि हमारे बीच में पूज्य गुरुदेव जी हम सभी को दर्शन देने के लिए पधारे हैं। आयोजक परिवार ने पूज्य गुरुदेव जी का चरन पखार कर स्वागत सत्कार किया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से पूर्व राज्यसभा सदस्य श्रीमती छाया वर्मा, डॉक्टर अशोक साहू, डॉक्टर ममता साहू, मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव सहित आयोजन परिवार के लोग एवं श्रोतागण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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