रायपुर | छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित PSC घोटाले में आज EOW ने केस दर्ज कर लिया है. पीएससी के तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी, जीवन किशोर ध्रुव, तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक, चीएससी से जुड़े कुछ अन्य अफसरों के अलावा राजनीति से जुड़े कुछ लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. उल्लेखनीय है कि, विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेशवासियों से पीएससी घोटाले की उच्च स्तरीय जांच कराने का वादा किया था.
छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन (CGPSC) का काम राज्य में विभिन्न विभागों में भर्तियां कराने का होता है. इसी में से एक भर्ती राज्य सरकार के प्रशासनिक पदों पर बैठने वालों के लिए आयोजित कराई जाती है. इसके तहत DSP, डिस्ट्रिक्ट एक्साइज ऑफिसर, ट्रांसपोर्ट सब-इंस्पेक्टर, एक्साइज सब-इंस्पेक्टर जैसे पदों के लिए भर्ती होती है। CGPSC की ऐसी ही एक भर्ती में घोटाले का आरोप लगा है. परीक्षा में धांधली के आरोप लगाए गए हैं.18 अभ्यर्थियों के सलेक्शन पर सवाल खड़े किए गए हैं.
छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित इस घोटाले के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक CG PSC के तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी, राजभवन के तत्कालीन सेक्रेटरी अमृत खलको समेत कई अधिकारियों के बेटे-बेटियों और करीबी रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर और DSP जैसे पदों पर नियुक्ति देने के आरोप हैं. मामले को लेकर पूर्व बीजेपी नेता ननकी राम कंवर ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी.
171 पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित हुई थी
CG PSC परीक्षा का नोटिफिकेशन साल 2021 में जारी किया था. भर्ती के लिए कुल पद थे 171 थे। प्री एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया. जिसमें कुल 2 हजार 565 पास हुए थे. इसके बाद आई मेंस एग्जाम की बारी 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को मेंस परीक्षा कराई गई. जिसमें कुल 509 अभ्यर्थी पास हुए. इनको इंटरव्यू के लिए बुलाया गया. जिसके बाद 11 मई 2023 को परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी हुआ. 170 अभ्यर्थियों का इसमें फाइनल सिलेक्शन हुआ.