आम आदमी पार्टी की एक टीम ने प्रदेश सहसंयोजक सूरज उपाध्याय के नेतृत्व में पूरे एक्सप्रेस वे का जायजा लिया और पाया कि रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट एक्सप्रेस-वे पर सफर करना आसान नहीं होगा, क्योंकि कई जगह लोगों ने सुविधा अनुसार अपने घरों के द्वार भी एक्सप्रेस वे फ्लाईओवर के सर्विस रोड पर खोले है और कई जगह बिल्डरों ने एक्सप्रेस-वे पर ही मौत के द्वार खोल दिए हैं। फाफाडीह से लेकर फुंडहर तक करीब दो दर्जन से अधिक आम जनों और विल्डरों ने नियम को दरकिनार करते हुए एक्सप्रेस-वे की तरफ आने-जाने के लिए रास्ता शुरू कर दिया है और एक्सीडेंट की शुरुवात भी हो गई है । बच्चे सड़क पर खेलते हुए दिख जायेंगे जो बहुत खतरनाक है लेकिन सड़क विकास निगम (सीजीआरडीसी) ने समय रहते ध्यान नहीं दिया तो एक्सप्रेस-वे खूनी-वे में तब्दील हो सकता है। जो दृश्य सामने आए वह काफी चौंकाने वाले थे। एक्सप्रेस-वे से सटे पंडरी, शंकर नगर, तेलीबांधा, अमलीडीह और फुंडहर तक करीब दो दर्जन से अधिक बिल्डरों ने कालोनी का मुख्य द्वार खोलकर आवाजा ही शुरू कर दी है और कुछ तैयारी में है। एक्सप्रेस-वे से सटे लास विस्टा कालोनी ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अपना गेट खोल दिए है। यहां सभी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसा करना नियम विरूद्ध है, लेकिन अभी तक संज्ञान में मामला नहीं आया है । गौरतलब है कि रायपुर धमतरी छोटी लाइन की जमीन पीडबल्यूडी ने रेलवे से ली थी जमीन लोक निर्माण विभाग ने 179 करोड़ रुपये की लागत से रेलवे से जमीन खरीदी थी। पीडवल्यूडी विभाग ने एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 296करोड़ की लागत से निर्माण के लिए वर्ष 2017 में टेंडर जारी किया था। एक्सप्रेस-वे को ट्रायल के लिए मई- 2019 में खोला गया था, लेकिन तीन महीने में ही घटिया निर्माण के कारण बंद कर दिया गया था। घटिया निर्माण की पोल खुलने लग गई और 11 अगस्त 2019 को सड़क धसकने के बाद मामले की जांच हुई। इसके बाद वर्ष 2020 में दोबारा निर्माण कार्य शुरू किया गया जो अब जाकर पूरा हुआ है। एक्सप्रेस-वे पर यातायात ट्रायल के लिए शुरू कर दिया गया, लेकिन औपचारिक उद्घाटन अभी
होना बाकी है। वहीं दूसरी तरफ एक्सप्रेस-वे के किनारे बिल्डरों द्वारा जोर-शोर से अवैध प्लाटिंग की जा रही है। सूत्रों की माने तो बिल्डरों द्वारा एक्सप्रेस-वे की तरफ मुख्य गेट खोलने की बात कहकर ग्राहकों से आए दिन एक्सप्रेस-वे से दौरा कर रहे हैं लेकिन एक्सप्रेस-वे पर विल्डरों द्वारा ऐसा खेल खेला जा रहा है उनको भनक तक नहीं है।रेलवे लाइन पर एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य पूरा कर यातायात शुरू हो चुका है।
अमलीडीह स्थित लास विस्टा के बिल्डर ने एक्सप्रेस-वे के सामने बड़ा सा गेट शुरू कर दिया है। कुछ ने दुकान खोलने की तैयारी भी कर ली है और सटकर दुकानें भी बना दी है। यहां कब्जा होना भी शुरू हो चुका है। इससे तेज रफ्तार में आ रहे वाहनों से हादसे का खतरा मंडराना शुरू हो गया है।
एक्सप्रेस-वे की ओर अवैध रूप से द्वार खोलने में जुटे लोग।रेलवे स्टेशन से एयरपोर्ट की दूरी एक घंटे में नहीं, 20 मिनट में होगी तय मगर सीजीआरडीसी के अधिकारी ने बताया कालोनीवासियों का आवागमन भी शुरू कर दिया है। इसके साथ ही कुछ लोगों से मोटी रकम में जमीन का सौदा भी किया जा रहा है और जिम्मेदार अधिकारी को मोटी रकम के बदले एक्सप्रेस-वे पर दुकान खोलने की भी तैयारी हो रही है। सीजीआरडीसी के अनुसार अधिकारी को मार्ग को पूरी तरह से पैक करना है, जिससे कही से भी कोई गेट नहीं खोलना है । उसे पूरी तरह पैक रखना है कि कही से भी व्यक्ति बीच से एक्सप्रेस-वे में प्रवेश ना कर सके।
विशेषज्ञों के अनुसार, शहर के भीतर एक्सप्रेस-वे के निर्माण से रेलवे स्टेशन के लिए यातायात का दबाव काफी कम हो जाएगा। अभी स्टेशन आने-जाने के लिए शहर के भीतरी इलाकों से होकर गुजरना पड़ता है, लेकिन एक्सप्रेस-वे बनने के बाद यात्रियों को फाफाडीह चौक, अंबेडकर चौक, शास्त्री आदि से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा। यात्री सर्विस रोड के माध्यम से एक्सप्रेस वे पर आ सकेंगे। सर्विस रोड भी इस तरह सकरे और अव्यवस्थित है कि लोगों ने यहां भी नियम विरुद्ध दरवाजे खोल दिए है जो आए दिन दुर्घटना का कारण बनेंगे। इन रास्तों को भी समय रहते सील करना आवश्यक है।
अंत में आम आदमी पार्टी सह संयोजक सूरज उपाध्याय ने प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों से अपील की है कि समय रहते विसंगतियों को दूर कर एक्सप्रेस वे पर गेट और द्वार बंद करवा कर सील पैक किया जाए तभी आम जन के लिए इसे खोला जाए।