नई दिल्ली. पिछले कुछ दिनों से चर्चा है कि अडानी समूह खाद्य तेल बेचने वाली कंपनी अडानी विल्मरमें अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है। फाइनेंशियल एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार अडानी ग्रुप की हिस्सेदारी को खरीदने के लिए आईटीसी ने दिलचस्पी दिखाई है। कंपनी में अडानी ग्रुप की कुल हिस्सेदारी 44 प्रतिशत है। बता दें, अभी तक इस मसले पर कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार अडानी ग्रुप अपनी 43.97 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने को इच्छा जताई है। ग्रुप अपने एनर्जी से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस पर फोकस बढ़ाना चाहता है। अपनी हिस्सेदारी बेचने को लेकर समूह ने कई निवेशकों के साथ बातचीत भी किया है। बाजार से जुड़ा व्यक्ति इस पूर प्रकरण पर आधिकारिक जानकारी का इंतजार कर रहा है।
सनफीस्ट बिस्किट, आशीर्वाद आटा और यप्पी नूडल्स का कंपनी के एफएमसीजी रेवन्यू में 83 से 84 प्रतिशत का कॉन्ट्रीब्यूशन है। आईटीसी ने वित्त वर्ष 2023 में इन प्रोडक्ट्स के जरिए 19,123 करोड़ रुपये का रेवन्यू जनरेट किया था। कंपनी अपने पोर्टफोलियो को और बढ़ाना चाहती है। आईटीसी लम्बे समय से खाद्य तेल के बिजनेस में उतरने की इच्छुक दिखाई दे रही है।
अडानी ग्रुप ने जीक्यूजी पार्टनर्स, कतर इंवेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) से हिस्सेदारी बेचने को लेकर बातचीत की है। समूह अपनी हिस्सेदारी 2.5 बिलियन डॉलर से 3 बिलियन डॉलर (20,000 से 24,000 करोड़ रुपये) में बेच सकती है।