सांसारिक जीवन में इन पंचतत्वों का विशेष महत्व है। पुराणों में बताया गया है कि शिव और आदिशक्ति से मिलकर पंच तत्वों का निर्माण हुआ था, ताकि सृष्टि पर जीवन निरंतर चलता रहे। बता दें कि मानव शरीर भी पंचतत्वों से मिलकर ही बनता है। किसी जीव में यह तत्व कम होते हैं तो किसी में इसकी मात्रा अधिक होती है
पृथ्वी- इसका सीधा सा मतलब है वो खाना जो धरती पर उगाया जाता है. धरती पर पैदा होने वाला भोजन हमारे शरीर के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. आपको अपनी जलवायु के हिसाब से सीजनल फल और सब्जियां खानी चाहिए. यहां आप जहां रहते हैं वहा पैदा होने वाला लोकल फूड स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है. इसलिए अपने लोकल फूड को डाइट में जरूर शामिल करें.
2- जल- स्वस्थ रहने के लिए पानी सबसे जरूरी है. एक दिन पानी न मिले तो हालत खराब हो जाती है. हेल्दी रहने के लिए दिन में 3-4 लीटर पानी जरूर पिएं. साथ ही पानी को बहुत जल्दी नहीं बल्कि आराम से पीने की आदत डालें. पानी को बहुत तेज गर्म या ठंडे की बजाय गुनगुना या नॉर्मल टेम्परेचर पर ही पिएं.
3- अग्नि- शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अग्नि को बनाए रखना भी जरूरी है. पेट में अग्नि तत्व हमारे शरीर को ऊर्जा देता है. इससे खाना पचाने में मदद मिलती है. अग्नि का मतलब ऊर्जा भी है. जिस तरह पेड़ पौधे और धरती पर जीवन के लिए सूरज जरूरी है उसी तरह हमारी बॉडी के लिए भी सूरज की रौशनी और धूप जरूरी है. दिन में कम से कम 15- 20 मिनट धूप में जरूर बैठें. इससे शरीर में विटामिन-D की कमी नहीं होगी और शरीर को एनर्जी मिलेगी.
4- वायु- वायु शरीर के लिए कितनी जरूरी है ये तो सभी जानते हैं. सांस लेने के लिए और शरीर के अंगों को स्वस्थ रखने में वायु मदद करती है. आपको ऐसी एक्सरसाइज करनी चाहिए, जिससे शरीर के अंदर फ्रेश एयर जाए. इसके लिए जरूरी है दिन में कम से कम 15 मिनट तक प्राणायाम, कपालभाति या कोई भी ऐसा योगा करें जिसमें फेफड़े में अच्छी तरह हवा जाए.
5- आकाश- इस तत्व का मतबल आयुर्वेद में बताया गया है व्रत. महीने में कम से कम 1 दिन व्रत रखने से हमारा शरीर डीटॉक्सिफाई होता है. एक दिन खाली पेट रहने और खूब पानी पीने से शरीर में जमा गंदगी बाहर निकल जाती है. व्रत में सिर्फ फल या लिक्विड डाइट लेने से बॉडी अंदर से क्लीन हो जाती है.