सैलिब्रिटी पूनम पांडे का शुक्रवार रात को निधन हो गया है. वे सर्वाइकल कैंसर के जूझ रही थी. उनका निधन महज 32 साल की उम्र में हुआ है. पूनम हमेशा किसी न किसी विवाद से घिरी रहने वाली सैलिब्रिटी रही है .सर्वाइकल कैंसर की वजह से पूनम ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. चलिए जानते हैं आखिर क्या है सर्वाइकल कैंसर ? क्या है इसके लक्षण.
सर्वाइकल कैंसर क्या है.
सर्वाइकल कैंसर वह कैंसर है जो गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में शुरू होता है. गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय का निचला, संकीर्ण सिरा है. गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय को योनि से जोड़ती है. सर्वाइकल कैंसर आमतौर पर समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है. गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर प्रकट होने से पहले, गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाएं डिसप्लेसिया नामक परिवर्तनों से गुजरती हैं, जिसमें गर्भाशय ग्रीवा के उतकों में आसामान्य कोशिकाएं दिखाई देने लगती हैं. समय के साथ, यदि नष्ट नहीं किया गया या हटाया नहीं गया, तो असामान्य कोशिकाएं कैंसर कोशिकाएं बन सकती हैं और बढ़ने लगती हैं और गर्भाशय ग्रीवा और आसपास के क्षेत्रों में अधिक गहराई तक फैलती हैं.
सर्वाइकल कैंसर के प्रकार
सर्वाइकल कैंसर मुख्य 2 प्रकार के होते हैं. इसमें पहला स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा होता है जो अधिकांश सर्वाइकल कैंसर स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा होते हैं. ये कैंसर एक्टोसर्विक्स की कोशिकाओं से विकसित होते हैं. दूसरा एडेनोकार्सिनोमा होता है ये एंडोकर्विक्स की ग्रंथि कोशिकाओं में विकसित होता है. क्लियर सेल एडेनोकार्सिनोमा, जिसे क्लियर सेल कार्सिनोमा या मेसोनेफ्रोमा भी कहा जाता है, एक दुर्लभ प्रकार का सर्वाइकल एडेनोकार्सिनोमा है.
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
सर्वाइकल कैंसर को शुरुआती स्टेज में पकड़ना काफी मुश्किल होता है. इसे गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर भी कहा जाता है. शुरुआत में सर्विक्स में कोई बदलाव महसूस नहीं होता है, इस वजह से इस कैंसर के लक्षणों को पकड़ना कठिन हो जाता है.
- पीरियड्स के दौरान ब्लड स्पॉट्स या हल्की ब्लीडिंग होते रहना
- कमर में बार-बार दर्द होना.
- जाइनल डिस्चार्ज का बढ़ जाना.
- शारीरिक संबंधों को बनाते वक्त दर्द का एहसास होना.
- मैन्स्ट्रुअल ब्लीडिंग का सामान्य से ज्यादा और लंबे वक्त तक होना.
सर्वाइकल कैंसर का इलाज
सर्वाइकल कैंसर का इलाज रेडियेशन देकर किया जाता है. my.clevelandclinic.org के अनुसार इससे असर न हो तो कीमोथैरेपी और सर्जरी भी करना पड़ सकती है. अगर शुरुआती चरण में कैंसर का पता लगा लिया जाए तो इसका इलाज हो सकता है. आजकल कई तरह की सर्जरी से सर्वाइकल कैंसर का ट्रीटमेंट किया जाने लगा है.